परिवार भी देता है भजनों में साथ
सैन लाइव पर भजनों की प्रस्तुति देने में उनका परिवार भी साथ देता है। इसमें उनकी माता चमेली देवी, पत्नी कविता देवी, बेटी हरि प्रिया और बेटा कृष्णकांत भजनों साथ देते है। लाइव के समय कुछ भजन खुद के पसंद के तो कुछ लोगों की फरमाइश पर सुनाते हैं। इसमें पुराने मारवाड़ी भजनों की सुनने की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। लाइव में देश के विभिन्न महानगरों में बसे प्रवासी भी जुड़ते है। शुरू में तो संख्या पांच सौ से ऊपर पहुंच गई थी। लेकिन, बाद में हो गए। कोलकाता के राज पौद्दार व मुम्बई के विनोद तोदी बिरपाड़ा से रेणु अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन में बाबा श्याम के दरबार में हाजिरी लगाने जा नहीं सकते ऐसे में लाइव भजनों से भजन संध्या का आनंद मिल जाता है। नेपाल में रह रहे श्याम अग्रवाल, दिल्ली से मंजू अग्रवाल, जयपुर निवासी दीपक मालानी व मनोज ढक्करवाल का कहना है कि लॉकडाउन में श्याम भक्त सैन के भजन सुन कर दिल को बड़ा सुकून मिलता है। ऐसा लगता है जैसे श्याम बाबा के दरबार में बैठ कर हाजिरी लगा रहे है।
सैन लाइव पर भजनों की प्रस्तुति देने में उनका परिवार भी साथ देता है। इसमें उनकी माता चमेली देवी, पत्नी कविता देवी, बेटी हरि प्रिया और बेटा कृष्णकांत भजनों साथ देते है। लाइव के समय कुछ भजन खुद के पसंद के तो कुछ लोगों की फरमाइश पर सुनाते हैं। इसमें पुराने मारवाड़ी भजनों की सुनने की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। लाइव में देश के विभिन्न महानगरों में बसे प्रवासी भी जुड़ते है। शुरू में तो संख्या पांच सौ से ऊपर पहुंच गई थी। लेकिन, बाद में हो गए। कोलकाता के राज पौद्दार व मुम्बई के विनोद तोदी बिरपाड़ा से रेणु अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन में बाबा श्याम के दरबार में हाजिरी लगाने जा नहीं सकते ऐसे में लाइव भजनों से भजन संध्या का आनंद मिल जाता है। नेपाल में रह रहे श्याम अग्रवाल, दिल्ली से मंजू अग्रवाल, जयपुर निवासी दीपक मालानी व मनोज ढक्करवाल का कहना है कि लॉकडाउन में श्याम भक्त सैन के भजन सुन कर दिल को बड़ा सुकून मिलता है। ऐसा लगता है जैसे श्याम बाबा के दरबार में बैठ कर हाजिरी लगा रहे है।