चेकबुक की जानकारी मांगनी पड़ी भारी झोटवाड़ा थाने में मूलत: अजीतगढ़ हाल श्रीराम नगर झोटवाड़ा निवासी बसंत यादव ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडि़त ने बताया कि वह सीमा सुरक्षा बल में उप निरीक्षक है। अभी 27 दिन की छुट्टी पर आया हुआ था। 11 जनवरी को एक्सीस बैंक की सोशल मीडिया ट्विटर पर चेकबुक नहीं मिलने का मैसेज डाला था। 13 जनवरी को सुबह एक व्यक्ति का फोन आया और उसने कहा कि वह बैंक की सोशल मीडिया टीम से बोल रहा है, बताइए आपको का क्या जानकारी चाहिए। पीडि़त ने कहा कि 5-6 दिन पहले बैंक कही मोबाइल ऐप से चेकबुक के लिए अप्लाई किया था, लेकिन मिली नहीं है। आरोपी ने कहा कि ऐसी कोई रिक्वेस्ट नहीं है। उसने मोबाइल फोन पर एक मैसेज भेज कर उसे किसी दूसरे के नंबर पर भिजवाया। मैसेज देरी से करने का बहाना बनाकर उसने मोबाइल फोन पर लिंक भेजकर उसमें फॉर्म भरवाया। उसमें नाम, नंबर व यूपीआइ पिन डालने की कही और सिर्फ दो रुपए चार्ज लगना बताया। लेकिन कुछ देर बाद ही पीडि़त के अलग-अलग पांच बैंक खातों से 1 लाख 16 हजार रुपए निकाल लिए गए।
गूगल पर कस्टर केयर नहीं ठग के मिले नंबर विशेष अपराध एवं साइबर थाने में मूलत: बागपत हाल आर्मी कैंट निवारू निवासी हवलदार विजय कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडि़त ने बताया कि उसने 23 दिसंबर को क्लब फैक्ट्री से चार सामान बुक करवाए थे। तीन ऑर्डर प्राप्त हो चुके थे, जबकि 10 जनवरी को आने वाला अंतिम ऑर्डर नहीं आया। 16 जनवरी को गूगल पर क्लब फैक्ट्री के कस्टमर केयर के नंबर तलाशे तो एक नंबर पर कॉल किया। उसने कहा कि आपका सामान तो अब नहीं आएगा, रुपए वापस मिल जाएंगे। उसने कहा कि आपके मोबाइल फोन पर एक मैसेज आएगा उसे भेज दो। फिर उसने एटीएम नंबर लिए और झांसे में आकर के उसे 4-5 बार ओटीपी नंबर भी बता दिए। बाद में मोबाइल फोन देखा तो उसमें कई मैसेज आए हुए थे और बैंक खाते से करीब 1 लाख 3 हजार रुपए निकाल लिए गए थे।