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मध्याह्न में हो गया कृष्ण कन्हाई का जन्म

locationजयपुरPublished: Aug 12, 2020 10:58:18 pm

Submitted by:

Devendra Singh

krishna janmashtami : गोविन्द की नगरी जयपुर बुधवार को कृष्ण जन्मोत्सव पर भक्ति से सराबोर रही…

कृष्ण जन्मोत्सव

राधा दामोदरजी का पंचामृत अभिषेक

जयपुर। गोविन्द की नगरी जयपुर बुधवार को कृष्ण जन्मोत्सव पर भक्ति से सराबोर रही। लॉकडाउन के कारण इस बार मंदिरों में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया। मंदिर स्थापना के बाद शायद यह पहला मौका होगा जब भक्तों की साक्षी के बिना ही कन्हैया का जन्मोत्सव मनाया गया। उत्सव के दौरान मंदिरों के द्वार बंद और बाहर पुलिस का पहरा रहा। भक्तों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने आराध्य के दर्शन किए। हालांकि भक्त जन्मोत्सव के समय मंदिर के ईर्द गिर्द ही घुमते रहे, लेकिन सख्ती के कारण अंदर प्रवेश नहीं कर सके।
चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में मध्याह्न 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। महंत मलय गोस्वामी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन कर प्रभु का पंचामृत अभिषेक किया। 31 दीपों से जन्म आरती की गई और माखन मिश्री का भोग लगाया गया। इसके बाद ठाकुरजी को नूतन पोशाक धारण करवाकर शृंगार कर 56 भोग अर्पित किया गया। शाम 5.15 बजे ग्वाल आरती में जगमोहन में भगवान की फूल बंगला झांकी सजाई गई। शाम को संध्या आरती के बाद बधाई गान हुए और नंदोत्सव मनाया गया।
ललित सम्प्रदाय के रामगंज स्थित मंदिर श्री लाड़लीजी मंदिर में भी मध्याह्न में कन्हाई का जन्म हुआ। महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य में मध्याह्न में प्रभु की वात्सल्य भाव से पूजा अर्चना के बाद दोपहर 12 बजे ठाकुरजी का विधि विधान पूर्वक अभिषेक किया गया। इसके बाद नंद के घर आनंद भये जय कन्हैया लाल की…, कन्हैया झूले पलना नेक धीरे झोटा दीज्यो…जैसे बधाइयों से माहौल को कृष्णमय बना दिया। इसके बाद नंदोत्सव मनाया गया। नाहरगढ़ की पहाडियों पर स्थित चरण मंदिर में भी दोपहर 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के चरण चिह्न का अभिषेक कर, फूलों का शृंगार किया गया।

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