चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में मध्याह्न 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। महंत मलय गोस्वामी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन कर प्रभु का पंचामृत अभिषेक किया। 31 दीपों से जन्म आरती की गई और माखन मिश्री का भोग लगाया गया। इसके बाद ठाकुरजी को नूतन पोशाक धारण करवाकर शृंगार कर 56 भोग अर्पित किया गया। शाम 5.15 बजे ग्वाल आरती में जगमोहन में भगवान की फूल बंगला झांकी सजाई गई। शाम को संध्या आरती के बाद बधाई गान हुए और नंदोत्सव मनाया गया।
ललित सम्प्रदाय के रामगंज स्थित मंदिर श्री लाड़लीजी मंदिर में भी मध्याह्न में कन्हाई का जन्म हुआ। महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य में मध्याह्न में प्रभु की वात्सल्य भाव से पूजा अर्चना के बाद दोपहर 12 बजे ठाकुरजी का विधि विधान पूर्वक अभिषेक किया गया। इसके बाद नंद के घर आनंद भये जय कन्हैया लाल की…, कन्हैया झूले पलना नेक धीरे झोटा दीज्यो…जैसे बधाइयों से माहौल को कृष्णमय बना दिया। इसके बाद नंदोत्सव मनाया गया। नाहरगढ़ की पहाडियों पर स्थित चरण मंदिर में भी दोपहर 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के चरण चिह्न का अभिषेक कर, फूलों का शृंगार किया गया।