नहीं होना पड़ेगा जाम से परेशान जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन पर स्थित खातीपुरा फाटक ट्रेनाें की आवाजाही के चलते दिनभर में 70 बार बंद हाेता था। जिससे फाटक के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती थी। जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने बताया कि आरओबी पर ट्रैफिक शुरू हाेने से नेशनल हाइवे-11 और नेशनल हाइवे-12 की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इसके साथ ही इंदिरा गांधी नगर और इंदिरा गांधी विस्तार आपस में जुड़ेंगे। इसके अलावा जगतपुरा, गाेनेर, सिरोली, दांतली, चतरपुरा, भावगढ़ बंध्या, लूनियावास राेपाड़ा, खाेह नागाेरियन, आगरा रोड और गाेनेर राेड से जुड़ी सौ से अधिक कॉलोनीवासियों के साथ गोनेर जगदीश महाराज के दर्शनों के लिए आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को फायदा मिलेगा।
इसलिए अटका आरओबी का काम
जेडीए अधिकारियों के मुताबिक आरओबी के गोनेर की तरफ वाले हिस्से का रैंप जिस जमीन पर बनना था, उस पर मालिकाना हक राजस्थान आवासन मंडल का था। जेडीए और हाउसिंग बोर्ड में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इस कारण आरओबी का काम भी अटका रहा। हालात ये हो गए थे कि नगरीय विकास मंत्री को दखल देना पड़ा था। पहले आरओबी का निर्माण कार्य पूरा करने की अवधि अगस्त 2018 रखी गई। तब त क यह कार्य पूरा नहीं हो सका। तीन तारीखें निकलने के बाद आखिरकार यह कार्य पूरा हुआ। इस आरऔबी की लम्बाई 800 मीटर जबकि चाैड़ाई 24.60 मीटर है। जुलाई 2016 में काम शुरू हुआ और अगस्त 2020 में पूरा हुआ। इस आरओबी के निर्माण में 61.50 कराेड रुपए खर्च हुए।