मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में देर रात से लगने वाली लंबी लंबी लाइनें इस बार देखने को नहीं मिली। मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में सुबह मंगला आरती हुई। गणेशजी को माणक-पन्ना जड़ित सोने का मुकुट और नौलखा हार धारण करवाकर चांदी के सिंहासन पर विराजमान करवाया गया।
चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेशजी के सुबह पं राहुल शर्मा के सान्निध्य में अभिषेक कर सोने के वर्क से चोला चढ़ाया गया। इसके बाद प्रथम पूज्य को फूल बंगले में विराजमान कर छप्पन भोग की झांकी सजाई गई।
नहर के गणेशजी मंदिर में महंत जय शर्मा के सान्निध्य में गणपति का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवा कर मनोहरी शृंगार किया गया और मुकुट धारण करवाया गया। यहां भी इस बार लम्बी कतारे देखने को नहीं मिली।
सूरजपोल बाजार स्थित श्री श्वेतसिद्धि विनायक मंदिर में महंत मोहनलाल शर्मा के सान्निध्य में मंगला आरती के बाद गणपति पूजा व दुग्धाभिषेक किया गया। नाहर गढ़ की पहाड़ी पर स्थित गढ़ गणेश मंदिर में महंत प्रदीप औदिच्य के सान्निध्य में प्रथम पूज्य का अभिषेक कर मनमोहक शृंगार किया गया। गलता गेट स्थित गीता गायत्री मंदिर में पं. राजकुमार शर्मा के सान्निध्य में गणेश जन्मोत्सव मनाया गया। प्रथम पूज्य का मनोहरी शृंगार किया गया।