बैठक में गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश में मिलावटखोरी के खिलाफ 26 अक्टूबर से त्योहारी सीजन तक ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाया जाएगा। अभियान का संचालन राज्य-स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों का ग्रुप बनाकर सभी जिलों में जिला कलक्टर के निर्देशन में अभियान चलाया जाएगा, जिसमें संबंधित विभागों, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, गृह विभाग के अधिकारी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। उन्होंने अभियान की तैयारी के लिए सभी जिला कलक्टरों को तुरंत परिपत्र भेजने के निर्देश दिए और कहा कि अभियान के तहत कार्रवाई के लिए सर्वे एवं सूचना एकत्र करने का कार्य भी तुरंत शुरू किया जाए।
अभियान का फोकस दूध, घी, तेल, मिठाइयों, मसालों, ड्राई फ्रूट्स आदि खाद्य पदार्थों में मिलावट के साथ-साथ खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता तथा पैकेजिंग में मिस-ब्रांडिंग पर रहेगा। संदिग्ध पदार्थों के सैंपल की गुणवत्ता की लैब में तुरंत जांच करवाकर मिलावटी सामान तैयार करने वाले तथा ऐसे पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आवश्यकता होने पर संबंधित के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज कर आपराधिक दंडात्मक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
गहलोत ने कहा कि अभियान की सफलता के लिए यह जरूरी है कि आम लोग भी जागरूक हों और ‘शुद्ध के लिये युद्ध’ अभियान में सरकार का साथ दें। उन्होंने कहा कि संगठित मिलावटखोरों के बारे में जानकारी देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा और जानकारी सही पाए जाने पर उनको उचित इनाम भी दिया जाएगा।