गोविंद देव जी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में सिंजारा महोत्सव मनाया गया। ठाकुरजी को लहरिया धारण करवा कर राजभोग की झांकी में घेवर व खीर का भोग अर्पित किया गया।
पानों का दरीबा स्थित आचार्य पीठ सरस निकुंज में पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में शाम को झूला झांकी और सिंजारा पूजन किया गया। समाज के पदों का गायन हुआ। रामगंज बाजार स्थित मंदिर श्री लाड़लीजी में महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य मेें सिंजारा महोत्सव मनाया गया। शाम को लाडलीजी ठाकुरजी सहित अष्ट सखियों के झूले में विराजमान किया गया। बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाई जी मंदिर में ठाकुर को लहरिया पोशाक धारण करवाई गई। इस मौके पर ठाकुरजी को खीर, घेवर का भोग लगाया गया।
गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर में झूला महोत्सव शुरू हुआ। भगवान लक्ष्मी जगदीश चारभुजानाथ और बिहारी जी की प्रतिमाओं की मंगला आरती की गई। पंचामृत अभिषेक करवाने के बाद लहरिया की पोशाक धारण करवा कर गर्भग्रह के बाहर जगमोहन में काष्ठ के झूलों में विराजमान किया गया। इस दौरान ठाकुर जी का शृंगार किया गया। लक्ष्मी जगदीश महाराज भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया तक झूलों में विराजेंगे। लॉकडाउन के कारण इस बार सावन शुक्ला एकादशी को झूलों का मेला नहीं लगेगा।