जेडीए के अलावा राज्य के अन्य यूआइटी में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता हड़ताल पर हैं। इन अभियंताओं का कहना है कि प्रशासन शहरों के संग, सड़क सुधार कार्य और पेचवर्क कार्य का आगे भी बहिष्कार किया जाएगा। जेडीए में हड़ताल पर बैठे अभियंताओं का कहना है कि सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि जब तक हमारी सभी मांगे पूरी नहीं की जातीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
ये प्रमुख मांगे
—जेडीए में रिक्त सभी 90 पदों को पदोन्नति प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
—डीपीसी प्रक्रिया में छोड़े जाने वाले रिक्त पदों को वर्ष 2012-13 की डीपीसी से ही शामिल किया जाए।
—जेडीए, आरयूआईडीपी, सीटीपी में रिक्त सहायक अभियंताओं के पदों को पदोन्नति प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
—जेडीए में रिक्त सभी 90 पदों को पदोन्नति प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
—डीपीसी प्रक्रिया में छोड़े जाने वाले रिक्त पदों को वर्ष 2012-13 की डीपीसी से ही शामिल किया जाए।
—जेडीए, आरयूआईडीपी, सीटीपी में रिक्त सहायक अभियंताओं के पदों को पदोन्नति प्रक्रिया में शामिल किया जाए।