आराध्य गोविन्ददेवजी मंदिर में महंत अजंनकुमार गोस्वामी के सान्निध्य में सुक्ष्म स्तर पर आयोजन हुए। सुबह ठाकुरजी का अभिषेक कर नूतन पौशाक धारण करवाई गई। लॉकडाउन के चलते इस बार श्रद्धालु अपने आराध्य के सम्मुख जाकर दर्शन नहीं कर सके। लोगों को ऑनलाइन दर्शन कर ही संतोष करना पड़ा। मानस गोस्वामी ने बताया कि आज शाम ग्वाल झांकी में 5.45 से 6.15 बजे तक जल विहार की झांकी सजाई जाएगी। इसमें ठाकुरजी को चंदन का लेप लगा कर केवडा एवं गुलाब जल युक्त सुगंधित जल से शीतलता प्रदान की जाएगी। उधर पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी के मंदिर में महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सान्निध्य में भगवान का अभिषेक कर पौशाक धारण करवाई गई। देवस्थान विभाग के चांदनी चौक स्थित मंदिर ब्रजनिधिजी में पुजारी भूपेन्द्र कुमार रावल के सान्निध्य में तथा मंदिर श्री आनंदकृष्ण बिहारीजी में पुजारी मातृप्रसाद के सान्निध्य में जल विहार झांकी सजाई गई। इस मौके पर ठाकुरजी को नवीन पौशाक धारण करवा कर ऋतुफलों एवं शीतल व्यंजनों का भोग लगाया गया। इसके बाद पुष्पों से झांकी सजाई जाएगी। गोनेर में भी इस बार लॉकडाउन के कारण लक्ष्मी जगदीश महाराज के मेला नहीं भरा। मंदिर स्थापना के बाद पहली बार निर्जला एकादशी के दिन श्रद्धालुओं के लिए पट नहीं खुले।