जयलाल मुंशी रास्ता स्थित युगल कुटीर में आयोजित होने वाले त्रिदिवसीय महोत्सव में 2 अप्रेल को दोपहर एक बजे शहनाई व नगाड़ा वादन के बीच वेद मंत्रोच्चार के साथ प्रेमभाया सरकार का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। अभिषेक के बाद प्रेमभाया सरकार को नवीन पोशाक धारण करवा कर मनमोहक शृंगार किया जाएगा। इस मौके पर 56 भोग की झांकी सजाई जाएगी।
समिति के अध्यक्ष विजय किशोर शर्मा ने बताया महोत्सव के लिए युगल कुटीर के साथ जयलाल मुंशी का रास्ता को रंगीन रोशनी व केसरिया पताकाओं से सजाया जा रहा है। पारंपरिक रूप से आयोजित होने वाले महोत्सव में 2 व 3 अप्रेल को रात्रि 8 बजे से सम्पूर्ण रात्रि भक्ति संगीत होगा। जिसमें ख्यातिनाम गायक, वादक अपनी हाजिरी लगाएंगे। 3 व 4 अप्रेल को दोपहर 12 से शाम 6 बजे तक महिला मंडलों की ओर से भक्ति संगीत होगा। 4 मार्च को शाम 7 बजे से संपूर्ण रात्रि नगर कीर्तन निकाला जाएगा।
प्रवक्ता लोकेश शर्मा ने बताया कि सहज सरल और कृष्ण भक्ति के आदर्श संवाहक के रूप में पं. युगल किशोर शास्त्री ने पुरानी बस्ती में होली टीबा स्थित ‘युगल कुटीर’ जयलाल मुंशी का रास्ता में राजवैद्य पं. गणेश नारायण शास्त्री के यहां जन्म लिया। भक्ति तपोनिष्ठ संस्कृत एवं आयुर्वेद विद्वान युगल किशोर ने अपनी जन्मभूमि जयपुर नगरी में आजादी के काल खंड में समाज को संगठित एवं संकल्पित करने के लिए भक्ति रस मार्ग की एक ऐसी सरिता बहाई कि आठ दशक बाद भी आज ढूंढाड़ के लाखों भक्तगण इसमें डूबकियां लगा रहे हैं। शहर ही नहीं बल्कि देशभर से लोग इस कार्यक्रम का इंतजार करते हैं।