सामंजस्य बैठाना है जरूरी
बसपा से कांग्रेस में आने वाले विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायकों को भी मंत्रिमंडल में शामिल होने का इंतजार है। सरकार बनने के बाद से निर्दलीय विधायक लगातार कांग्रेस सरकार के साथ खड़े दिखाई दिए हैं। वहीं बसपा विधायकों का कांग्रेस में विलय होने के बाद उनको भी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद दिख रही है। ऐसे में विस्तार के दौरान सांमजस्य बैठाना सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
प्रदेश स्तरीय नियुक्तियों से बढ़ेगा कद
राज्य में ७० से अधिक प्रदेश स्तरीय नियुक्तियां होनी हैं। लम्बे समय से इनमें देरी भी हो रही है। अभी निकाय स्तर पर सदस्यों की नियुक्तियां शुरू हो गई हैं, लेकिन अब तक प्रदेश स्तरीय नियुक्तियों का सभी को इंतजार है। इसमें ऐसे विधायकों को भी आस है, जिनको अपनी जगह मंत्रिमंडल में नहीं दिख रही है। ऐसा माना जा रहा है कि बसपा से आए और निर्दलीय विधायकों को राज्यस्तरीय नियुक्तियों में मौका मिल सकता है।
राज्य में ७० से अधिक प्रदेश स्तरीय नियुक्तियां होनी हैं। लम्बे समय से इनमें देरी भी हो रही है। अभी निकाय स्तर पर सदस्यों की नियुक्तियां शुरू हो गई हैं, लेकिन अब तक प्रदेश स्तरीय नियुक्तियों का सभी को इंतजार है। इसमें ऐसे विधायकों को भी आस है, जिनको अपनी जगह मंत्रिमंडल में नहीं दिख रही है। ऐसा माना जा रहा है कि बसपा से आए और निर्दलीय विधायकों को राज्यस्तरीय नियुक्तियों में मौका मिल सकता है।