जो दावेदार सोशल मीडिया और व्हाट्एस एप पर सक्रिय हैं। वे पार्टी के सभी नेताओं का पूरा ध्यान रख रहे हैं। कांग्रेस दावेदारों की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के अलावा क्षेत्रीय विधायकों के फोटो लगे हुए हैं। वहीं, कुछ दावेदारों ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को फोटो भी लगा रखा है।
वहीं, भाजपा की बात करें तो इनके पोस्टरों पर राष्ट्रीय नेतृत्व भी दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के फोटे लगाए हैं। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा दावेदार क्षेत्रीय विधायक या विस चुनाव में प्रत्याशी रहे व्यक्ति का फोटो लगाना नहीं भूल रहे हैं।
अभी तक तो सभी दावेदार पार्टी से टिकट मिलने का दावा कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि एक वार्ड में एक पार्टी से चार दावेदार तक हैं। ऐसे में पार्टी टिकट किसी एक को ही देगी। बेटिकट रहने वाले कुछ तो चुनाव नहीं लड़ेंगे और कुछ निर्दलीय के रूप में नामांकन कर पार्टी प्रत्याशी के लिए मुसीबत खड़ी करेंगे।