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ज्योतिषीय आंकलन: वायु के रूख को देख कर दिए खंडवृष्टि के संकेत

locationजयपुरPublished: Jul 04, 2020 11:02:58 pm

Submitted by:

Devendra Singh

vayu parikshan 2020: राजधानी जयपुर में 286 वर्ष पूरानी वेधशाल जंतर-मंतर में वृहद सम्राट यंत्र पर वायु धारिणी पूर्णिमा पर पताका फहराकर विद्वानों की ओर से बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया। आषाढ़ी पूर्णिमा के अवसर वायु परीक्षण का विशेष महत्व होने से शहर में दो जगहों पर वायु परीक्षण किया गया। इसी क्रम में दुनियाभर में मशहूर इस वेधशाला ‘जंतर-मंतर’ पर शाम 7 बजकर 20 मिनट पर परंपरागत तरीके से वायु परीक्षण किया गया।
 
 

सम्राट यंत्र पर वायु परीक्षण

सम्राट यंत्र पर वायु परीक्षण

जयपुर। राजधानी जयपुर में 286 वर्ष पूरानी वेधशाल जंतर-मंतर में वृहद सम्राट यंत्र वायु धारिणी पूर्णिमा पर आज शनिवार शाम पर पताका फहराकर विद्वानों की ओर से बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया। आषाढ़ी पूर्णिमा के अवसर वायु परीक्षण का विशेष महत्व होने से शहर में दो जगहों पर वायु परीक्षण किया गया। इसी क्रम में दुनियाभर में मशहूर इस वेधशाला ‘जंतर-मंतर’ पर शाम 7 बजकर 20 मिनट पर परंपरागत तरीके से वायु परीक्षण किया गया। इस परीक्षण के बाद ज्योतिष विद्वान खगोलीय गणता और वायु की दिशा का अध्ययन कर बारिश की घोषणा की।
जगतगुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.विनोद शास्त्री ने बताया कि वायु परीक्षण के दौरान हवा पूर्व से पश्चिम की ओर बही, कुछ क्षण के लिए हवा ने दक्षिण-पूर्व से उत्तर—पश्चिम की ओर भी रुख किया। इससे खंड वृष्टि वर्षा का योग बनता है। हवा के पूर्व से पश्चिम की ओर बहना अच्छी बारिश को दर्शाता है, लेकिन सूर्यास्त का समय होने और कुछ क्षण के लिए हवा ने दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर रुख किया है, जो खंड वृष्टि होने का संकेत देती है। पंचांगकर्ता ज्योतिषाचार्य आदित्य मोहन शर्मा ने बताया कि हवा का रुख पूर्व से पश्चिम की ओर होने से जयपुर सहित आस—पास के क्षेत्रों में खंड वृष्टि वर्षा के योग बन रहे है, प्रदेश के पश्चिमी जिलों में अच्छी वर्षा होगी। मेघ महोदय में बताया गया है कि पूर्व की तरफ वायु का वेग हो तो उस संवत में श्रमिक वर्ग परेशान रहता है और राजनेताओं में विद्वेश फैलता है। सीमा पर तनवा व अशांति को भी दर्शाती है। फसल के हिसाब से संवत अच्छा रहने का अनुमान है। इस मौके पर महाराजा संस्कत कालेज के प्राचार्य भास्कर श्रोत्रिय, जयविनोदी पंचांगकर्ता प आदित्य मोहन शर्मा, डॉ. मुकेश कुमार शर्मा डॉ. प्रशांत शर्मा शिवदत्त शास्त्री आदि विद्वान मौजूद थे।
उधर टोंक रोड पर एक होटल में अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान की ओर से भी वायु परीक्षण किया गया। इसमें भी ज्योतिषाचार्योंं ने खंड वृष्टि वर्षा के योग का पूर्वानुमान बताया। परीक्षण से आए नतीजे के अनुसार प्रदेश में कहीं अच्छी तो कहीं कम वर्षा होगी। श्रावण मास में मध्यमवृष्टि होने के आसार हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि संवत अच्छा रहेगा। पं. चंद्रशेखर शर्मा, नरोत्तम पुजारी, डॉ. हेमंत कृष्ण मिश्र और अशोक अग्रवाल ने वायु के रुख देख कर ज्योतिषिय गणना कर बारिश का पूर्वानुमान लगाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाकोर पीठाधीश्वर स्वामी रामरतन महाराज ने की।

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