आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 9 जुलाई तक पीसी रिमांड पर लिया है। पुलिस इंस्पेक्टर उम्मेद सिंह सोलंकी ने बताया कि नाइजीरियन गैंग पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। गैंग अब-तक देशभर के लोगों से 50 करोड़ रुपए की ठगी कर चुकी है। पुलिस आरोपियों के पासवर्ड और वीजा के संबंध में जानकारी हासिल कर रही है।
माइक का वीजा संदिग्ध माना जा रहा है इस बारे में भी तफ्तीश की जा रही है। गैंग की सदस्य महिला येंगरतुला का भाई भी फौज में है। वह करीब ढाई साल से नाइजीरिया के लोगों में संपर्क में थी। येंगरतुला के भाई को जब इस बात का पता चला तो उसने इन लोगों से दूर रहने की सलाह दी थी। लेकिन वह नहीं मानी।
इससे नाराज होकर उसने भाई ने येंगरतुला से बातचीत करना बंद कर दिया था। इस गैंग के खिलाफ देशभर के कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। साइबर थाना पुलिस ने देशभर के सभी साइबर थानों को इनकी सूचना भेजी है। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि ठगी के रुपयों से आरोपियों ने ऐशो-आराम की जिंदगी जी है। इसके अलावा भारत से कपड़ा खरीदकर नाइजीरिया में भेजा है। इन कपड़ों को बेचकर रुपए हासिल किए हैं।