जलदाय विभाग के नगर वृत दक्षिण के अधीक्षण अभियंता सतीश जैन ने बताया कि 15 करोड की बीसलपुर पेयजल परियोजना से राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर के आवासों, सभी ब्लॉक और हॉस्टलों के लिए 19 लाख लीटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध करवाया जाएगा। वहीं 15 लाख लीटर का स्वच्छ जलाशय, 4.50 लाख लीटर का उच्च जलाशय बनाया जाएगा। महाराजा कॉलेज और महारानी कॉलेज में प्रतिदिन 8 लाख लीटर बीसलपुर का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। महारानी कॉलेज में 6.50 लाख लीटर क्षमता का हैड वक्र्स और 4 लाख लीटर क्षमता का उच्च जलाशय बनाया जाएगा। वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में 10 लाख लीटर क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा, जिससे ट्रीटेड पानी को बागवानी और साफ—सफाई में काम लिया जा सके।
21 किलोमीटर की लाइन बिछेगी
जलदाय विभाग के अधिकारियों के अनुसार राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर, राजस्थान कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज, पोद्दार प्रबंध संस्थान, महाराजा—महारानी कॉलेज में 21 किलोमीटर लंबी वितरण व राइजिंग लाइब भी बिछाई जाएगी। कार्यादेश जारी, इसी माह हो सकता है शिलान्यास
जलदाय विभाग के अधिकारियों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 15 जनवरी को इस परियोजना का शिलान्यास कर सकते हैं। जलदाय विभाग के अधिकारी इसकी तैयारियों में जुट गए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फरवरी 2019 में इस योजना की घोषणा की थी। इसके बाद जलदाय विभाग ने टेंडर कर पिछले सितंबर माह में इसके कार्यादेश भी जारी कर दिए।