कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जलदाय विभाग के अफसर तकनीक का सहारा ले रहे हैैं। विभाग के अधिकारियों के अनुसार शहर के नगर वृत दक्षिण के तीनों उपखंड क्षेत्रों के 83 हजार से ज्यादा पेयजल उपभोक्ताओं की पेयजल से जुड़ी सभी तरह की समस्याओं को वाटसएप, मैसेज और कॉल के आधार पर दर्ज कराने की व्यवस्था की है। संबधित उपखंड के अधिकारियों को दर्ज समस्याओं के समाधान के लिए समय सीमा भी तय कर दी है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार नई व्यवस्था के तहत दूषित पानी आने की शिकायत पर तत्काल सैंपलिग और लाइन की रिपेयरिंग होगी। साथ ही प्रभावित क्षेत्र में टैंकरों से पेयजल सप्लाई होगी। वहीं बिल संबधी शिकायत 24 घंटे में, लीकेज 24 से 28 घंटे में, हैंडपंप और टयूबवैल बंद होने की शिकायत का समाधान 24 से 28 घंटे में होगा।
यहां शुरू की नई व्यवस्था
नगर वृत दक्षिण अधिशाषाी अभियंता विशाल सक्सेना ने बताया कि नगर वृत दक्षिण के ज्योति नगर, महेश नगर, चित्रकूट और सिविल लाइंस के 83 हजार से ज्यादा पेयजल उपभोक्ता पेयजल संबधी शिकायत संबधित अधिकारियों के वाटसएप,मैसेज और कॉल करके दर्ज करा सकते हैं। इसके साथ ही 13 बड़े पम्प हाउस को भी इस व्यवस्था से जोड़ा है। इसके प्रचार के हर ऑफ़िस में पम्पलेट आदि चस्पा कर रखे है।