स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने जो सर्वे किया हैं, उसके अनुसार रामगंज बाजार में करीब 102 दुकानों के आगे बरामदें की पट्टियां टूटी हुई है, वहीं त्रिपोलिया बाजार में करीब 40 दुकानों के आगे बरामदा डेमेज हो रहा है। वहीं घाटगेट बाजार में 45 दुकानों, चांदपोल बाजार में 40 दुकानों के बाहर, संजय बाजार में 42 दुकानों के बाहर बरामदें व छत की पट्टियां टूटी हुई है। पूरे परकोटे के 11 बाजारों की बात करें तो करीब 312 दुकानों के बाहर बरामदे की छत टूटी हुई है। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि परकोटे के बाजारों में बरामदें करीब 7-8 साल से टूटे हुए हैं। इन्हें लेकर बाजार के व्यापारी कई दिनों से परेशान हैं। सबसे अधिक परेशानी चांदपोल बाजार और त्रिपोलिया बाजार में हैं। यहां कई दुकानों के आगे बरामदें टूटे हुए हैं। परकोटे में भूमिगत मेट्रो के काम के दौरान मेट्रो प्रशासन ने इन बरामदों के टूटी पट्टियों के नीचे बल्लियां लगाई थीए वे आज भी लगी हुई है। कई जगह तो बरामदों की पट्टियां बाहर निकल चुकी हैं। त्रिपोलिया बाजार में एक दुकान के आगे बरामदें की एक पट्टी पूरी तरह से हट चुकी हैं। दुकानदारों ने बरामदों में पानी आने से उस पर तिरपाल लगाकर ढक रखा है।