दरअसल एसआई रामेश्वर लाल पर मारपीट के आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि एसआई देर रात थाने के अंदर किसी युवक से मारपीट कर रहा था और शराब के नशे में था। इस दौरान इसकी सूचना जब वार्ड नंबर छह से निर्दलीय पार्षद जाहिद निर्बान को लगी तो वे कुछ लोगों के साथ थाने पहुंचे। थाने पहुंचने पर जब एसआई से बातचीत करनी चाही तो एसआई ने थाने में धक्का मुक्की की और बाद में सभी को बाहर निकाल दिया। इस दौरान विवाद और ज्यादा बढ़ गया। बाद में कई लोग थाने आ पहुंचे और पुलिस प्रशसन के खिलाफ नारेबाजी कर दी। देर रात एसीपी समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे और उन्होनें समझााकर मामला शांत कराया। लोगों का कहना थान कि एसआई अक्सर शराब के नशे में रहता है और दोपहर एवं शाम के समय भी बेवजह सड़क चलते लोगों से उलझने की कोशिश करता है। देर रात एसआई को मेडिकल कराने के बाद घर भेज दिया गया था।