पीड़ित परिवार ने नामजद रिपोर्ट कराई दर्ज इस संबंध में मृतक के पिता नरेंद्र सिंह ने दिल्ली निवासी बहू और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या करने वाले अमन सिंह की शादी मनीषा से नई दिल्ली में वर्ष 2019 में संपन्न हुई थी। उसके बाद से ही मनीषा और उसके परिवार के लोग अमन को दिल्ली में उनके साथ आकर रहने के लिए दबाव बनाने लगे। साथ ही जयपुर की पैतृक संपत्ति को बेच कर दिल्ली शिफ्ट हो जाने की बात कहने लगे। आरोप है कि जब अमन ने इस बात का विरोध किया तो ससुराल पक्ष ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवा कर कानूनी कार्रवाई का भय दिखाकर रुपयों की मांग करने लगे। जिससे परेशान होकर 18 अगस्त को अमन ने कमरा बंद कर पंखे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पत्नी के लिए दे रहा हूं जान
अमन ने एक सुसाइड नोट लिखा। जिसमें उसने लिखा कि वह सिर्फ अपने ससुराल वालों के चलते आत्महत्या कर रहा है। उसकी पत्नी सिर्फ अपने पापा की बात मानती है और वह सिर्फ अपनी पत्नी के लिए अपनी जान दे रहा है। गुजारिश की कि मरने के बाद उसके मां.बाप को कोई परेशान ना करे। सुसाइड नोट बरामद होने के बाद भी पुलिस ने मृतक के ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं किया। आरोप है कि मृतक का ससुराल पक्ष उसके घर आकर मां.बाप को सुसाइड नोट उन्हें सौंपने की बात कहता रहा। साथ ही नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी देता रहा। जिसे लेकर मृतक के परिजनों ने रोज करधनी थाने के चक्कर लगाए लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। अंत में कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद करधनी थाने में पीड़ित की शिकायत दर्ज की गई।
अमन ने एक सुसाइड नोट लिखा। जिसमें उसने लिखा कि वह सिर्फ अपने ससुराल वालों के चलते आत्महत्या कर रहा है। उसकी पत्नी सिर्फ अपने पापा की बात मानती है और वह सिर्फ अपनी पत्नी के लिए अपनी जान दे रहा है। गुजारिश की कि मरने के बाद उसके मां.बाप को कोई परेशान ना करे। सुसाइड नोट बरामद होने के बाद भी पुलिस ने मृतक के ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं किया। आरोप है कि मृतक का ससुराल पक्ष उसके घर आकर मां.बाप को सुसाइड नोट उन्हें सौंपने की बात कहता रहा। साथ ही नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी देता रहा। जिसे लेकर मृतक के परिजनों ने रोज करधनी थाने के चक्कर लगाए लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। अंत में कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद करधनी थाने में पीड़ित की शिकायत दर्ज की गई।