पुलिस थाने में केस दर्ज कराने वाले प्रोजेक्ट अफसर देशराज सिंह ने पुलिस को बताया कि स्टेशन के पास लाल बत्ती पर कम उम्र के चार बच्चों की सूचना मिली थी कि वे भीख मांग रहे हैं। इस पर जब उन बच्चों को रेस्क्यू करने के लिए पहुंचे तो वहां पर कुछ लोग आ गए। टीम ने सौ नंबर पर फोन किया और फोन करने के कुछ देर के बाद पुलिस के आने के बारे में बताया गया। लेकिन तीन बार काॅल करने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहंची। इस बीच बच्चों को छुड़ाने के लिए कुछ लोग वहां आ गए। उन्होनें बच्चों को छीनने की कोशिश की। लेकिन जब बात नहीं बनी तो टीम पर हमला कर दिया।
दो लोगों के सिर फोड़ दिए और लात घूसों से मारपीट करने के बाद बच्चों को छुड़ाकर ले गए। टीम के पिट जाने और बच्चों को माफिया द्वारा छुड़ा ले जाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले जयपुर पुलिस ने ही जयपुर शहर के चारदीवारी क्षेत्र से बैगर फ्री सिटी अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान में बचपन बचाओ आंदोलन की टीम साथ थी। पुलिस ने कुछ दिन कार्रवाई की लेकिन उसके बाद फिर से शहर में भिखारी बढ़ने लग गए।