पिज्जा बर्गर खाया और पिस्टल दिखाकर भाग निकले गिरोह का भंडाफोड़ कर सफलता हासिल पाने के बाद पुलिस ने बताया कि वारदात में इत्मेलाम की गई बाइक और पिस्टल भी इनके पास से बरामद की गई है। जबकि मामले में गिरफ्तार आरोपी सुनील कुमार जागा जवाहर नगर का रहने वाला है, तो वहीं दूसरा आरोपी ३१ वर्षीय शमशेर उर्फ शेरू राजपूत राजीव गांधीनगर, जगतपुरा का रहने वाला है। इन दोनों ने शुक्रवार दोपहर जवाहर नगर में एक युवक को पिस्टल दिखाकर बाइक व नकदी लूटी थी। फिर शुक्रवार शाम को ही जवाहर सर्किल इलाके में गौरव टॉवर के पास वेन्डेज कैफ में पहले पिज्जा बर्गर खाया और रूपए मांगने पर मालिक को पिस्टल से डराकर भाग निकले।
पुलिस ने ऐसे धर दबोचा उसके बाद शनिवार को महेशनगर क्षेत्र में अर्जून नगर फाटक के पास दोनों बदमाशों ने भगत पान भंडार के मालिक को हथियार दिखाकर धमकाया। रविवार दोपहर दोनों बदमाशों ने प्रतापनगर में एक परचुनी की दुकान पर महिला से सिगरेट मांगे और फिर पैसे देने में आनाकानी करने लगे। बाद में महिला को अकेली देखकर उसके हाथ में सोनेे का कड़ा देखकर लूटने का प्रयास किया। महिला ने विरोध किया तो पिस्टल के बट से उसका सिर फोड़ दिया। बाद में दोनों फरार हो गए। लेकिन पहले से ही पीछा कर रही पुलिस ने दोनों को रात को राजीव गांधी नगर से दबोच लिया।
इनके खिलाफ कई मामले हैं दर्ज एसीपी सांगानेर अशोक चौहान ने बताया कि सुनील कुमार के खिलाफ जवाहरनगर, जवाहरसर्किल, श्यामनगर, बजाजनगर और प्रतापनगर थाने में लूट व नकबजनी के आठ मामले दर्ज है। वहीं शमशेर सिंह के खिलाफ महेशनगर, शिप्रापथ, जवाहरनगर व जवाहरसर्किल में जानलेवा हमला वलूट के आठ मामले दर्ज है। दोनों बदमाशों की दोस्ती जेल में हुई थी। शमशेर पांच माहीने पहले ही जेल से बाहर आया था और उसने ही एक महिने पहले जमानत करवा कर सुनील जागा को जेल से रिहा करवाया था।
जेल से आने के बाद भी वारदात को देते रहे अंजाम तो वहीं जवाहरनगर में बाइक लूटने की वारदात के बाद से ही पुलिस फुटेज के आधार पर दोनों बदमाशों का पीछा कर रही थी। रविवार को महिला से लूटपाट के बाद पूछताछ में दोनों बदमाशों का हुलिया भी पहले जैसा ही मिला। पुलिस रविवार रात को राजीव गांधी नगर में पटरियों के पास बैठकर शमशेर के घर आने का इंतजार कर रही थी। बाद में शमशेर जैसे ही घर आया तो पुलिस ने दबोच लिया। तभी सुनील पुलिस को पहचान कर भाग निकला। पुलिस ने करीब डेढ किलोमीटर तक भागकर उसे दबोचा। वही जेल से बाहर आने के बाद सुनील ने खुद के घर से ही 90 हजार रूपए व सोने चांदी के जेवरात चोरी किए थे।