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चांदी के रथ में विराजेंगे गौर गोविंद, परिक्रमा मार्ग में करेंगे प्रदक्षिणा

locationजयपुरPublished: Jun 22, 2020 10:11:47 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

शहर के मंदिरों में मंगलवार को रथयात्रा महोत्सव (Rath Yatra Festival) का आयोजन होगा। ठाकुरजी को रथयात्रा करवाई जाएगी। हालांकि लॉकडाउन के चलते ठाकुरजी को निज मंदिरों में ही रथ में विराजमान कर यात्रा की परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। गोविंददेवजी मंदिर में मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में रथ यात्रा महोत्सव मनाया जाएगा।

चांदी के रथ में विराजेंगे गौर गोविंद, परिक्रमा मार्ग में करेंगे प्रदक्षिणा

चांदी के रथ में विराजेंगे गौर गोविंद, परिक्रमा मार्ग में करेंगे प्रदक्षिणा

चांदी के रथ में विराजेंगे गौर गोविंद, परिक्रमा मार्ग में करेंगे प्रदक्षिणा

— गोविंददेवजी सहित अन्य मंदिरों में रथयात्रा महोत्सव
जयपुर। शहर के मंदिरों में मंगलवार को रथयात्रा महोत्सव (Rath Yatra Festival) का आयोजन होगा। ठाकुरजी को रथयात्रा करवाई जाएगी। हालांकि लॉकडाउन के चलते ठाकुरजी को निज मंदिरों में ही रथ में विराजमान कर यात्रा की परंपरा का निर्वहन किया जाएगा।
गोविंददेवजी मंदिर में मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में रथ यात्रा महोत्सव मनाया जाएगा। ठाकुरजी का अभिषेक कर सुबह मंदिर के गर्भ गृह के पश्चिम द्वार से निज मंदिर की परिक्रमा करवाई जाएगी। चांदी के रथ में गौर गोविंद के विग्रह विराजमान पर मंदिर के सेवक हरिनाम संकीर्तन के साथ परिक्रमा कराएंगे। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी रथ को खींचेंगे। चार परिक्रमा कर गौर गोविंद को फिर से गर्भगृह में विराजमान कराया जाएगा। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि कोविड-19 के चलते किए गए लॉकडाउन से श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश निषेध रहेगा। श्रद्धालु रथायात्रा उत्सव के दर्शन ऑनलाइन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि गौर गोविंद का विग्रह अष्ट धातु का है, जो गोविंददेवजी के दायीं ओर प्रतिष्ठित है। यह विग्रह गौरांग महाप्रभु ने उड़ीसा के नीलाचंल से अपने प्रिय काशीश्वर पंडित के साथ वृंदावन में अपने प्रिय शिष्य रूप गोस्वामी के पास भिजवाया था।
पानों का दरीबा स्थित आचार्य पीठ सरस निकुंज में सुबह 9 बजे ठाकुरश्री राधा सरस बिहारीजी सरकार की श्रृंगार सेवा के बाद उन्हें निज मंदिर में रथ में विराजमान कर यात्रा करवाई जाएगी। इससे पहले ठाकुरजी के केसर चंदन का लेप कर नवीन पोशाक धारण कराई जाएगी। शुक पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज ठाकुरजी को विविध लाड सेवा करते हुए मधुर व्यंजनों का भोग अर्पित करेंगे। इस मौके पर रथ झांकी की पदावली का गायन किया जाएगा। इसके अलावा शहर के राधा गोपीनाथजी मंदिर, राधा दामोदरजी मंदिर, आनंदकष्ण बिहारीजी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी रथ यात्रा उत्सव का आयोजन होगा।
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