इसके लिए जयपुर ग्रामिण एसपी शंकर दत्त शर्मा के निर्देशन में चार आरपीए, 18 एसएचओ और 23 पुलिसकर्मियों दिन रात अपराधियों की पहचान करने में जुटे थे। अनुसंधान में सामने आया कि पांच छह माह पहले अमरसर निवासी संतु मीणा व गुलशन का सरपंच से विवाद हुआ था। सरपंच ने चुनाव लड़ते समय पट्टे देने का वादा किया था। लेकिन पट्टे नहीं दिए। इसके चलते संतु मीणा ने सरपंच के साथ अभद्रता की। तब सरपंच ने लोगों के साथ मिलकर उसकी पिटाई कर दी थी। तब ही उसने देख लेने की धमकी थी। हालांकि एसएमएस अस्पताल से छुट्टी होने के बाद संतु सरपंच को ठिकाने लगाने की साजिश रचने में लग गया था। वह गांव भी चोरी छिपे जाता था।
गैंग के सरगना को बताई घटना एसपी शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि संतु बनीपार्क निवासी हिमांशु जांगिड़ की गैंग का पहले से सदस्य है। उसने हिमांशु को सरपंच ओमप्रकाश के संबंध में बताया। तब गैंग के सदस्य मार्च में अलवर के पाराशर धाम पर गैंग ने हत्या की साजिश के लिए मीटिंग रखी। यहां पर गैंग के सदस्य गुलशन, मुकेश जाट, राकेश यादव को सरपंच की रेकी करने का काम सौंपा। संतु, हिमांशु और बंटी शर्मा ने हथियार व वाहन जुटाने की व्यवस्था की। हरियाणा की एक गैंग से पांच पिस्टल मंगवाई गई और आरोपी दो बाइक पर आए और सरपंच की हत्या कर फरार हो गए।
मार्च से अब तक छह फायरिंग की घटना कर चुके एडिशनल एसपी ज्ञानचंद यादव ने बताया कि आरोपी मार्च से अब तक छह बार फायरिंग की घटना को अंजाम दे चुके। गैंग के खिलाफ कई अपराधिक वारदात करने के मामले दर्ज हैं। इनमें कई हत्या और हत्या के प्रयास के मामले शामिल हैं। आरोपी सबसे बड़ी गैंग बनने फिराक में बात-बात में गोलियां चलाती है।
इनको किया गिरफ्तार – बनीपार्क स्थित इन्द्रा कॉलोनी निवासी हिमांशु जांगिड़ उर्फ जहांगीर
– सीकर के श्रीमाधोपुर स्थित लिसाडिया निवासी राकेश यादव
– मूलत: श्रीमाधोपुर हाल अमरसर निवासी गुलशन शर्मा
– अमरसर स्थित लखावाली ढाणी निवासी मुकेश जाट