अंजुम, अपूर्वी और मेहुली घोष की भारतीय टीम ने इसी स्पर्धा में रजत भी पदक जीता। इससे पहले अंजुम ने 628.7 और अपूर्वी ने 627.5 के स्कोर के साथ चौथे और सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। कुल 113 खिलाड़यिों की मजबूत फील्ड में शीर्ष आठ खिलाडिय़ों ने फाइनल में जगह बनाई थी जिसमें इटली की गत विश्व चैंपियन पेत्रा जुबलाङ्क्षसग भी शामिल थी।
अपूर्वी ने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में गोल्ड मैडल जीतने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया था। उसके बाद अपूर्वी ने 2016 ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई किया था। हालांकि रियो ओलंपिक में अपूर्वी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थीं। लेकिन हाल में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में उन्होंने कांस्य पदक जीत कर अपने इरादे जता दिए हैं। अपूर्वी और अंजुम ने ओलंपिक के लिए तय मानक के आधार पर अंक हासिल कर देश को दो स्थान दिला दिए।
हालांकि ओलंपिक में खेलना है या नहीं इसका अंतिम फैसला एनआरएआई करेगी। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की पॉलिसी के हिसाब से ओलंपिक से पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाज के ओवरऑल प्रदर्शन के आधार पर उसका भारतीय टीम में चयन किया जाता है। ऐसे में एक निशानेबाज जिसने ओलंपिक कोटा हासिल किया था, उसकी जगह किसी ओर को जो बेहतर प्रदर्शन कर रहा है को भेजा जा सकता है।