बस यही है कि एक एक्ट्रेस इसकी पहचान होनी चाहिए कि इंडस्ट्री में उसके लिए क्या सही है और क्या गलत। यह कहना है, एक्ट्रेस अपूर्वा सिंह का। टीवी सीरियल ‘ये है मोहब्बतें’ से इंडस्ट्री में डेब्यू कर रहीं अपूर्वा ने पत्रिका प्लस से बातचीत करते हुए कहा कि पहला प्रोजेक्ट ही बालाजी का मिला, जिससे हौसला बढ़ गया है।
थिएटर से मिला था कॉन्फिडेंस अपूर्वा ने बताया कि बचपन से मम्मी ने डांस और ड्रामा क्लासेज से जोड़ा रखा, जिसके चलते हमेशा मंच पर एक्टिव रही। पढ़ाई के दौरान जेकेके में साबिर खान की थिएटर वर्कशॉप से जुड़ी और इसके बाद एक्टिंग से खास नाता हो गया। यहां से मॉडलिंग के ऑफर आने लगे और फैशन इंडस्ट्री के नामचीन लोगों के साथ काम करने लगी। हमेशा एक्टिंग को प्रायोरिटी दिया करती थी, इसलिए थिएटर में वक्त गुजारने के साथ शॉर्ट फिल्म, वेब सीरिज जैसे प्रोजेक्ट में काम करने लगी।
प्रॉब्लम तो बहुत हैं उन्होंने बताया कि मुम्बई इंडस्ट्री में कई तरह की समस्याएं एक लड़की को फेस करनी पड़ती है, लेकिन इन समस्याओं से दूर होकर अपने टैलेंट के दम पर ही आगे बढऩा होता है। जब से एक्टिंग में जाने की निर्णय लिया था, खुद को लेकर सबसे ज्यादा कॉन्फिडेंट थी, इसी के चलते कभी कोई दिक्कत नहीं आई। इस सीरियल के बाद ही आइपीएल का एड मिल गया और आगे से आगे प्रोजेक्ट ऑफर मिलते जा रहे है। एमएससी करने के बाद पूरी तरह से एक्टिंग फील्ड में ही सक्रिय हो जाऊंगी।