आरोपी जीवाणु दस माह पहले नाई की थड़ी क्षेत्र में जाकर रहने लगा। लोगों ने कहा कि हमें पता नहीं था, वह यहां पर फरारी काटने आया है। यहां पहले सात माह मुन्ना भाई के मकान में किराए से रहा। लेकिन तीन माह पहले देर रात को झगड़ा होने और संदिग्ध गतिविधियों के चलते उसे घर से निकाल दिया गया। तभी वह दो मकान दूर अब्दुल रशीद के घर पहुंच गया।
बलात्कार की 22 जून को शिकार चार वर्षीय बालिका के परिजनों में आक्रोश फूट पड़ा। परिजन आरोपी जीवाणु की गिरफ्तारी के बाद बोले, एक बार उसे हमारे हवाले कर दो…बच जाए तो फांसी पर लटका देना। आस—पास के लोगों ने भी फांसी पर लटकाने की मांग की है। उधर, एक जुलाई को बलात्कार की शिकार के परिजनों ने कहा कि आरोपी को फांसी की सजा मिले, ताकि किसी और बच्ची के साथ ऐसी घिनौनी करतूत ना हो।
जीवाणु को बताया ‘यौन भक्षक’, 25 बच्चों से कर चुका है दरिंदगी
पुलिस ने मासूम बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपी सिकंदर उर्फ जिवाणु को एक तरह का यौन भक्षक या ‘सेक्सुअल प्रिडेटर’ बताया है। पुलिस उससे गहनता से पूछताछ कर रही है। अवसर मिलने पर वह पुरूष, किन्नर, नाबालिग बालक, बालिका, महिला के साथ यौन क्रिया व बलात्कार करता था। पूछताछ में उसने करीब 25 नाबालिग बालक-बालिकाओं और 35 से 40 पुरुषों व किन्नरों के साथ यौनाचार किया है। यह अप्राकृतिक यौन क्रिया करता था। इस दौरान वह हिंसक भी हो जाता था और मारपीट करता था। जानकारी यह भी सामने आई है कि न्यायिक अभिरक्षा के दौरान भी वहां पर कम उम्र के युवकों को शिकार बनाता था। इसे महिलाओं से ज्यादा पुरूषों के प्रति आकर्षण था। वारदात के बाद वह सांगानेर में फुटपाथ पर सोया था।