स्मार्ट सिटी के तहत सवाई मानसिंह चिकित्सालय में लगभग 150 करोड़ रुपए की लागत से वर्तमान स्थित कोटेज स्थल पर 15 मंजिला आईपीडी टावर बनाया जाएगा। प्रथम चरण में 7-8 मंजिलों का निर्माण किया जाएगा। आईपीडी टावर में 100 डिलक्स कोटेज तथा 50 सुइट्स बनाए जाएंगे। तीन मंजिला बेसमेंट में पार्किंग विकसित की जाएगी। टॉप फ्लॉर पर कैफेटेरिया, फूडकोर्ट और एक ऑडिटोरियम बनाया जाएगा। प्रत्येक फ्लॉर पर ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड होंगे। ग्राउण्ड फ्लोर पर एमआरआई सीटी स्कैन और अन्य जांच सुविधाएं मिल सकेंगी। हर फ्लोर पर एक बीमारी का इलाज होगा और उस से जुडी हर सुविधा उपलब्ध होगी। इन्वेस्टिगेशन फ्लोर अलग होगा। यहां पर इलाज के लिए वल्र्ड क्लास सुविधाएं विकसित की जाएगी।
कार्डियोलॉजी सेन्टर बनेगा
एसएमएस गल्र्स हॉस्टल के पास इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी सेन्टर का निर्माण किया जाएगा, जिसे वर्तमान इंमरजेंसी से जोड़ जाएगा। इसके भूतल पर विभिन्न प्रकार की जांचों का केन्द्र बनाया जाएगा। ट्रोमा सेंटर का होगा विस्तार
ऑर्थोपेडिक ट्रोमा सेन्टर की कनेक्टीविटी सवाई मानसिंह चिकित्सालय के मुख्य भवन से की जाएगी। इसके लिए अलग से रास्ता तलाशने की तैयारी भी शुरू हो गई है। सुपर स्पेशलिटी सेंटर के लिए चिकित्सालय मार्ग पर स्थित सरकारी बंगला नंबर 2 से 5 तक के सभी बंगलों को सवाई मानसिंह चिकित्सालय में सुविधा विस्तार में उपयोग लेने की तैयारी भी है। हालांकि इसके लिए सरकार को लिखा जाएगा। ट्रोमा सेन्टर के अण्डर ग्राउण्ड में पानी भरने की समस्या का भी निस्तारण किया जाएगा।