सिक्योरिटी गार्ड उम्मेद सिंह व स्थानीय निवासी कार्तिक चौधरी, मयंक शर्मा व अन्य ने बताया कि यहां 1123 फ्लैट हैं और 13 लिफ्ट है। 400 फ्लैट में लोग रह रहे हैं। आरोप है कि सभी लिफ्ट में कुछ ना कुछ खामी है। कई वर्ष हो जाने के बाद भी लिफ्ट की मरम्मत नहीं करवाई गई। मूलत: वाराणसी निवासी कुशाग्र मिश्रा लिफ्ट की तकनीकी खामी के कारण मौत का शिकार हो गया।
माता-पिता का था इकलौता पुत्र, क्या कसूर था: कुशाग्र के परिजन सोमवार दोपहर ढाई बजे जयपुर पहुंचे। कुशाग्र माता-पिता का इकलौता बेटा था। अक्टूबर-2021 से यहां फ्लैट में रह रहा था। मणिपाल विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर साइंस सेकंड ईयर का छात्र था। परिजन ने बताया कि अंतिम संस्कार के बाद इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। भांकरोटा थाना पुलिस ने सोमवार को एसएमएस अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया।
चीख सुनकर नीचे दौड़े, गेट तोड़कर बाहर निकाला: कुशाग्र 11वीं मंजिल पर रहता था। रविवार रात को वह नीचे आने के लिए लिफ्ट के पास गया। लिफ्ट 14वीं मंजिल पर थी। उसने बटन दबाया। लिफ्ट तो आई नहीं, लेकिन उसका गेट खुल गया। कुशाग्र लिफ्ट में प्रवेश कर गया और चैम्बर में बेसमेंट में जा गिरा। इससे उसकी मौत हो गई थी।