जयपुर की फिजां एक बार फिर से थियेटर फेस्टिवल ‘जयरंगमÓ से रोशन होगी। जिसमें बॉलीवुड से लेकर स्थानीय कलाकार मिलकर अपने अभिनय के जौहर दिखाएंगे। थ्री एम डॉट बैंड, पर्यटन कला एवं संस्कृति विभाग और आईएलएफएस की सहभागिता में इस बार फेस्टिवल 15 से 22 दिसंबर तक जवाहर कला केंद्र और महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित होगा। सातवें एडीशन के तहत कुल 21 नाटक खेले जाएंगे। इनमें 15 नाटक राजस्थान से बाहर के और सात नाटक जयपुर सहित प्रदेश के शहरों में स्थित रंगमंडलों की ओर से मंचित किए जाएंगे। इन नाटकों में देश के विभिन्न भागों से करीब 400 कलाकार मिलकर थियेटर की अलग दुनिया सजाएंगे। जयरंगम का कर्टेन रेजर नाटक 15 दिसंबर को शाम 6.30 बजे से नाटक ‘किस्सा-ए-उर्दू की आखरी किताबÓ के मंचन से होगा। होटल क्लार्क आमेर में होने वाली इस प्रस्तुति में फ्रेंड्स ऑफ जयरंगम और आमंत्रित दर्शकों को ही प्रवेश दिया जाएगा। जारी हुई आठ नाटकों की पहली सूचीजयरंगम की ओर से रविवार को फेस्टिवल में खेले जाने वाले आठ नाटकों की पहली सूची जारी की गई। कर्टेन रेजर और इनोग्रेशन प्रस्तुतियों के अलावा ये सभी नाटक जवाहर कला केंद्र के ओपन एयर थियेटर में शाम 7 बजे से खेले जाएंगे। 15 दिसंबर को होटल क्लार्क आमेर में ‘किस्सा-ए-उर्दू की किताब काÓ 16 दिसंबर को महारणा प्रताप ऑडिटोरियम में बर्फी, इसके बाद जवाहर कला केंद्र में 17 दिसंबर को अतुल कुमार निर्देर्शित नाटक ‘डिटेक्टिव 9 2 11, 18 दिसंबर को अतुल सत्य कौशिक निर्देशित बैलीगूंगे 1990 और 19 दिसंबर को जयपुर के सौरभ श्रीवास्तव निर्देशित रक्त पुष्प, 20 दिसंबर को जयपुर के ही तपन भट्ट निर्देशित राजपूताना, 21 दिसंबर को वीरेंद्र बसोया निर्देशित ‘बात निकलेगीÓ और 22 दिसंबर को मकरंदे देशपांडे की प्रस्तुति ‘एपिक गड़बड़Ó का मंचन किया जाएगा।एक दिन में होंगे नाटकों के तीन शो फेस्टिवल की विधिवत शुरुआत 16 दिसंबर को दोपहर 3 बजे और शाम 7 बजे महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम में सौरभ शुक्ला और सादिया सिद्दीकी अभिनीत नाटक ‘बर्फीÓ मंचन से होगी। समारोह में हर दिन तीन नाटकों का मंचन किया जाएगा। इनके मंचन का समय दोपहर 12, शाम 4 बजे और 7 बजे से रखा गया है। समारोह के दौरान करटेन रेजर प्रस्तुति को छोड़कर सभी नाटकों में दर्शकों का प्रवेश पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नि:शुल्क रखा गया है।