अधिकारियों के साथ बैठकर बनाया रोडमैप
महिला और बाल विकास मंत्रालय का कहना है कि योजना को बेहतर ढंग से लागू करने वाले शीर्ष पांच राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और दादर व नगर हवेली हैं। वहीं ओडिशा और तेलंगाना ने अभी तक योजना शुरू ही नहीं की है। मंत्रालय ने हाल में योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए जयपुर, गुवाहटी और चंडीगढ़ में राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठकर रोडमैप बनाया है।
सीधे बैंक खाते में जमा होती है रकम
इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को उनकी बेहतर आहार की जरूरतों को पूरा करने के लिए 5 हजार रुपए तीन किश्तों में ( PMMVY Benefits And How to apply ) दिया जाता है। यह रकम महिलाओं के सीधे बैंक खाते में जमा होती है। योजना के तहत योग्य लाभार्थी (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana Eligibility) को जननी सुरक्षा योजना के तहत एक हजार रुपए भी नकद सहायता के तौर पर मिलते हैं। इस तरह लाभार्थी को औसतन 6 हजार रुपए दिए जाते हैं। योजना एक जनवरी 2017 से शुरू हुई थी।
कैसे और किनको मिलेगा योजना का लाभ
PMMVY के तहत ऐसी महिला जो पहली बार गर्भवती हुई है, उसे 5000 रुपए की सहायता प्रदान की जाती है। बशर्ते वह सरकारी नौकरी में न हो। योजना का लाभ पाने के लिए महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्र से एक फार्म निशुल्क ( pmmvy application form ) ले सकती हैं। इस फार्म की जानकारी भरकर उसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पति की सहमति पत्र के साथ आंगनबाड़ी केंद्र में जमा करा कराया जा सकता है। योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलेगा जिन्होंने एक जनवरी 2017 के बाद शिशु को जन्म दिया है। इसमें एक हजार रुपए की पहली किस्त गर्भधारण करने पर हितग्राही के बैंक खाते में जमा की जाएगी। 2000 रुपए की दूसरी किस्त छह महीने की गर्भावस्था और प्रसव पूर्व की जांच होने जारी की जाएगी। 2000 रुपए की तीसरी किस्त शिशु के जन्म व पहला टीकाकरण होने पर दिए जाने का प्रावधान है।