script35 साल से चल रहा था पुलिस में एक ही ‘सिक्का’, डीजीपी ने बदले में दिया पांच हजार का इनाम | Jaipur Traffic Police's ASI Shankarlal Sikka retired | Patrika News

35 साल से चल रहा था पुलिस में एक ही ‘सिक्का’, डीजीपी ने बदले में दिया पांच हजार का इनाम

locationजयपुरPublished: Aug 01, 2019 01:34:01 am

Submitted by:

Dinesh Gautam

asi शंकर लाल ( Asi shankarlal sikka ) ने अपनी नौकरी (jaipur police )और इंसान को पहचान की ऐसी मिसाल पेश की कि (Rajasthan Police )आने वाला डीजीपी (Dgp rajasthan)सबसे पहले इसी शंकरलाल सिक्का से मुखातिब (policeman retired ) होता था।

Jaipur Traffic Police's ASI Shankarlal Sikka retired

Jaipur Traffic Police’s ASI Shankarlal Sikka retired

जयपुर

कहते हैं बुरे दौर में खोटा सिक्का ही काम आता है। लेकिन हकीकत यह है कि जिसका सिक्का होता है उसकी ही जीत रहती है। राजस्थान पुलिस में एक ही सिक्का पिछले 35 सालों से चल रहा था। आप भी हैरान हो गए होंगे। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है। एक ही सिक्का पुलिस महकमें में 35 साल तक कैसे चल सकता है, नहीं मानों तो 12 डीजीपी से पूछ कर देख लो। जिनके समय ये सिक्का चला।
रौबदार चेहरा, घनी मूंछे एएसआई शंकरलाल सिक्का की पहचान बन गई थी। ट्रेफिक पुलिस के इस जवान को जब पुलिस मुख्यालय में लगाया गया तो समझ नहीं आया कि कहीं अधिकारियों को कोपभाजन तो नहीं बन जाएगा।, लेकिन शंकर लाल ने अपनी नौकरी और इंसान को पहचान की ऐसी मिसाल पेश की कि आने वाला डीजीपी सबसे पहले इसी शंकरलाल सिक्का से मुखातिब होता था।
छह फुट ऊंचे दबंग यातायातकर्मी सिक्का उर्फ एएसआई शंकर लाल बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। उनका उपनाम सिक्का इतना लोकप्रिय हुआ कि उनके वास्तविक नाम से उनको बहुत कम लोग जानते हैं। इसबीच मुख्यालय में बुधवार को सिक्का उर्फ एएसआई शंकरलाल के रिटायरमेंट का दिन यादगार बन गया।
डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने उन्हें कमरे में बुलाकर न सिर्फ भावभीनी विदाई दी, बल्कि पांच हजार रुपए का नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र, प्रशंसा और भावी जीवन की ढेरों शुभकामना भी दीं। उल्लेखनीय है कि सिक्का पुराने और नए पुलिस मुख्यालय के बाहर लगातार 35 वर्षों तक अपनी रौबदार मूंछों के साथ यातायात व्यवस्था संभालते रहे हैं। उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए अनेक अवसरों पर उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।
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