आरोपी ने बताया कि विज्ञा देवी आरोपी को घर में देखते ही चिल्लाने लगी। इस पर उसने विज्ञा देवी की गर्दन को अपनी कोहनी में जकड़ लिया था। उसने गर्दन जोर से दबा दी और मुंह व नाक को दूसरे हाथ से बंद कर दिया।
इससे परेशान विज्ञा देवी ने उससे छूटने का भरसक प्रयास किया, इसके चलते आरोपी के मुंह और हाथ पर खरोंचें भी आई थी। कोहनी से गर्दन पर बार करने से विज्ञा देवी की गर्दन टूट गई थी, जिससे वह ज्यादा संघर्ष नहीं कर पाई। वह उन्हें बेहोश समझकर लोगों को बुला लेने के डर के कारण आरोपी उन्हें रेलिंग से बांधकर भाग गया था।
एक-दूसरे से नहीं करते थे बातचीत
शिक्षिका विज्ञा देवी और आरोपी कृष्णकांत का परिवार आपस में बातचीत भी नहीं करते थे। पहले भी शिक्षिका से कहासुनी हुई थी। वारदात वाली सुबह शिक्षिका ने कुत्ता घुमाते समय डांट दिया था। इसी से वह उनसे नाराज चल रहा था। तब उसे सबक सिखाने का प्लान किया। वह उन्हें मारने नहीं गया था, यह कैसे हो गया, इसका भी पता बाद में चला।
शिक्षिका का मोबाइल और पर्स बरामद
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के बाद आरोपी कृष्णकांत की निशानदेही से उसके घर से थोड़ी दूर स्थित एक पार्क के पास पत्थर के नीचे दबा शिक्षिका विज्ञा देवी का मोबाइल बरामद कर लिया। वहीं, आरोपी ने शिक्षिका के घर से चोरी किए 10 हजार रुपए और कुछ जेवर अपने घर में छिपाकर रख दिए थे। पुलिस ने आरोपी से शिक्षिका का पर्स भी बरामद कर लिया, जिसमें10 हजार रुपए और कान के सहित कुछ जेवर रखे थे।