अभी बाहर ही किया गया है डिस्प्ले भारत रोबोट टाइगर की स्थापना म्यूजियम में आए दर्शकों और बच्चों की उपस्थिति में की गई। फिलहाल भारत के लिए म्यूजियम के बाहर जंगल का सैट तैयार कर लगाया गया है। कुछ दिन बाद इसको म्यूजियम के अंदर सवाई माधो सिंह द्वितीय के वैक्स स्टैच्यू के पास रखा जाएगा।
ऐसा लगता कि रोबोट नहीं टाइगर ही है
सुबह देखने आए बच्चों ने बातचीत के दौरान कहा कि ऐसा लगता ही नहीं कि ये रोबोट है। इसकी गुर्राहट से लेकर इसका साइज देखकर हूबहू लगता है। दर्शकों में रोमांच पैदा हो, इसके लिए विशेषज्ञों ने हर चीज का ध्यान रखा है। जब भी कोई दर्शक इसके पास जाता है तो यह गुर्राता है। वहीं इसकी आंख भी हरकत करती है। इसको बनाने में चार माह लगे हैं।
सुबह देखने आए बच्चों ने बातचीत के दौरान कहा कि ऐसा लगता ही नहीं कि ये रोबोट है। इसकी गुर्राहट से लेकर इसका साइज देखकर हूबहू लगता है। दर्शकों में रोमांच पैदा हो, इसके लिए विशेषज्ञों ने हर चीज का ध्यान रखा है। जब भी कोई दर्शक इसके पास जाता है तो यह गुर्राता है। वहीं इसकी आंख भी हरकत करती है। इसको बनाने में चार माह लगे हैं।
अगले महीने आ जाएंगे माही वैक्स म्यूजियम में अभी 32 वैक्स स्टैच्यू हैं। अगले महीने भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की वैक्स स्टैच्यू भी आ जाएगी। म्यूजियम प्रशासन की मानें इस स्टैच्यू के अनावरण के लिए खुद माही को लाने का प्रयास किया जा रहा है।