अंधड़ के बाद करीब सात बजे पारा 26.7 डिग्री पर आ गया। जबकि शुक्रवार का अधिकतम पारा 37.8 डिग्री दर्ज किया गया था। ऐसे में दो घंटे में ही 11 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे राजधानी में गर्मी से राहत देखने को मिली। इधर मौसम विभाग की मानें तो जयपुर में अंधड की रफ्तार प्रदेशभर में अन्य जिलों से सर्वाधिक थी। अन्य जिलों की बात करें तो अंधड़ 55 किमी रफ्तार तक गुजरा था। राजधानी में साढ़े 6 बजे तक अंधड़ रहा। इसके बाद अलवर, भरतपुर की ओर निकल गया।
मौसम विभाग ने शनिवार को अलर्ट जारी किया है। इधर बीती गुरूवार रात बारिश से जयपुर में शुक्रवार सुबह गर्मी का असर कम रहा। सुबह साढ़े आठ बजे 29.6 डिग्री पारा दर्ज किया गया। इसके बाद साढ़े 11 बजे 34.0 डिग्री पारा पहुंच गया। दोपहर होते-होते पारा 36.8 डिग्री पर आ गया। अधिकतम पारा 37.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं गुरूवार रात का पारा 25.6 डिग्री दर्ज किया गया।
पांच बजे आसमान साफ, अचानक धूल का गुबार राजधानी में शाम पांच बजे तक मौसम साफ रहा। शाम अचानक करीब पौने 6 बजे अंधड़ के कारण धूंल का गुबार छा गया। दिन में अंधेरा हो गया। सड़कों पर वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ी। मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश के अनुसार गर्मी में पश्विमी हवाएं पूर्व की ओर से चलती है। ऐसे में पश्विमी हवाओं में बदलाव आ जाता है। हवा में घुमाव आ जाने से वायुमंडलमें अस्थिरता पैदा हो जाती है। ऐसे में अरब सागर से नमी मिलने के कारण हवाएं बारिश कर देती है। पश्चिमी राजस्थान में पिछले तीन दिन से अपरिर्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके कारण मौसम में बदलाव नजर आ रहा है।