आखिर में नार्वे, हंगरी, स्पेन और आॅस्ट्रेलिया वोट नहीं दिया। बहरीन के प्रतिनिधि तटस्थ रहे। इन देशों के प्रतिनिधियों का कहना था कि परकोटा में हैरिटेज के गुण तो हैं, लेकिन अभी इसमें सुधार की गुंजाइश है।
सबसे पहले ब्राजील ने परकोटा को विश्व विरासत में शामिल ( Jaipur’s World Heritage ) करने के लिए कहा। इसके बाद इंडोनेशिया, तंजानिया, युगांडा, कुबैत, तस्मानियां, किर्गिस्तान, क्यूबा, जिम्बाब्वे सहित अन्य देशों में भारत के पक्ष में वोट किया। ( UNESCO world heritage sites in jaipur )
नगर निगम आयुक्त विजय पाल सिंह ने बताया कि एक जुलाई को जयपुर ( unesco world heritage sites in India ) से सभी बाकू पहुंचे और यहां भारतीय दूतावास में सम्पर्क कर 21 देशों के प्रतिनिधियों से बातचीत करना शुरू किया।
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रोज पांच से छह देशों के प्रतिनिधियों को परकोटा की खूबियों के बारे में बताते। कुछेक प्रतिनिधि ऐसे भी थे, जिनको दुबारा परकोटा के बारे में बताया गया। रोज पांच से छह घंटे इस तरह की मीटिंग चलती थीं।
खास-खास
– यूनेस्को टीम के सदस्यों के पास कुछ गलत जानकारियां भी थीं, जिनका संसोधन कराया गया।
ये थी तैयारी
– एक शॉर्ट मूवी के माध्यम से परकोटा और इसकी बसावट के बारे में जानकारी दी गई।
– ड्रोन से फोटोग्राफी करवाई गई। यह तस्वीरें अधिकतर देशों के प्रतिनिधियों को पसंद आईं।
– ब्रोशर भी सभी सदस्यों को बांटे गए।
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