हादसे की सूचना पुलिस को रात करीब तीन बजे मिली। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को समेट कर अस्पताल में रखवाया। जांच अधिकारी एसआई रामेश्वर ने बताया कि रात को सड़क पार करने के दौरान किसी वाहन ने युवक को कुचल दिया। इसके बाद रात भर शव के ऊपर से वाहन गुजरते रहे। इसके चलते शव के टुकड़े काफी दूरी में फैल गए।
युवक की पहचान तो दूर उसकी उम्र तक का अनुमान लगाना मुश्किल नहीं हो पाया है। हादसा कितने बजे हुआ इसकी जानकारी नहीं है। शव सड़क के बीच में पड़ा हुआ था । शव मांस के लोथड़ों में तब्दील हो गया था।
ये घटना बताती है कि हम कितने असंवेदनशील होते जा रहे हैं। एक शख्स को रात भर कुचलने वाले वाहनों के चालकों को क्या ये पता नहीं चला होगा कि ये एक इंसान का शव है, लेकिन किसी ने इस बात की जानकारी पुलिस को देना तक मुनासिब नहीं समझा। हम आपको बता दें कि ये कोर्इ पहली घटना नहीं है जिसे देखकर हमें लगता है कि लोगों की संवेदनाएं मर रही हैं। इससे पहले
जयपुर के घाट की गूणी टनल में भी एेसा ही मामला आ चुका है जब एक महिला की मौत के बाद उसका पति अपनी बच्ची के साथ विलाप करता रहा आैर कोर्इ भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। यहां तक की लोग उस शख्स को देखकर भी अनजान बनते हुए उसके सामने से निकल गए।