scriptनिराश होकर लौटे जयपुराइट्स, शुरू नहीं हो सके सरस पार्लर | Jaipurites returned disappointed, Saras Parlor could not start | Patrika News

निराश होकर लौटे जयपुराइट्स, शुरू नहीं हो सके सरस पार्लर

locationजयपुरPublished: Jun 30, 2020 05:46:32 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

निराश होकर लौटे जयपुराइट्सशुरू नहीं हो सके सरस पार्लरसाफ सफाई और चार्ज हैंडर ओवर की प्रक्रिया में निकला दिनअब कल से होगी शुरुआत

निराश होकर लौटे जयपुराइट्स, शुरू नहीं हो सके सरस पार्लर

निराश होकर लौटे जयपुराइट्स, शुरू नहीं हो सके सरस पार्लर


काफी दिनों के बाद आइसक्रीम और पनीर पकोड़े का लुत्फ उठाने की चाहत में जेएलएन मार्ग स्थित सरस पार्लर पहुंचे जयपुराइट्स को आज उस समय निराशा हाथ लगी जब उन्हें पार्लर को बंद देखा। आरसीडीएफ ने आज यानी मंगलवार से जयपुर डेयरी के मध्यम से सरस पार्लर को शुरू किए जाने का निर्णय लिया था लेकिन आज इन्हें खोला नहीं जा सका, ऐसे में यहां आए लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। पार्लर की साफ सफाई और चार्ज हैंडओवर आदि की प्रक्रिया में ही पूरा दिन निकल गया ऐसे में पार्लर को आज शुरू नहीं किया जा सका।
आपको बता दें कि राजस्थान को ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ने इन सरस पार्लरों के संचालन का जिम्मा एक बार फिर से जयपुर डेयरी को सौंप दिया है। सरस संकुल और विधानसभा स्थित सरस पार्लर के संचालन का जिम्मा भी जयपुर डेयरी के को ही दिया गया है। आरसीडीएफ और जयपुर डेयरी के बीच इन पार्लरों के संचालन पर सहमति बनी है। पहले इन सरस पार्लरों का संचालन जयपुर डेयरी द्वारा ही किया जाता था, लेकिन बाद में आरसीडीएफ ने इन्हें ठेकेदार के माध्यम से संचालित करना शुरू कर दिया था।अब विपरीत हालात में आरसीडीएफ ने एक बार फिर से जयपुर डेयरी को इनके संचालन का जिम्मा सौंपा है।
एक माह में एक करोड़ की कमाई
आपको बता दें कि जयपुर शहर की प्राइम लोकेशन पर स्थित ये सरस पार्लर जयपुरवासियों की पसंदीदा जगहों में से है। आम तौर पर इन पर लोगों का जमघट लगा रहता था। खास तौर से ये मध्यम वर्ग के लोगों की खास पसंद है। बड़ी संख्या में लोग यहां आइसक्रीम, पनीर पकौड़े, दूध जलेबी, समोसे और डेयरी उत्पादों का लुत्फ उठाने आते थे। अगर केवल जेएलएन मार्ग स्थित सरस पार्लर की बात करें तो इसकी एक महीने की बिक्री करीब डेढ़ करोड़ रुपए होती थी। इनके संचालन से आरसीडीएफ को अच्छी कमाई भी हो रही थी लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब बंद हो गया।
लॉकडाउन में लटका ताला
लॉकडाउन के चलते इनकी बिक्री ठप हो गई और ठेकेदार किराया चुकाने में असमर्थ नजर आने लगे। अकेले जेएलएन मार्ग स्थित सरस पार्लर का किराया ही 7 लाख रुपए प्रति महीना है। लॉकडाउन की मार झेल रहे ठेकेदारों ने किराया चुकाने से मना कर दिया और इन पार्लरों पर ताला लटक गया था। अब आरसीडीएफ ने फिर से जयपुर डेयरी को इनके संचालन का जिम्मा सौंप दिया है।
इनका कहना है
पार्लर आज से ही शुरू होने थे लेकिन आज का दिन चार्ज हैंडओवर आदि की प्रक्रिया में निकल गया और डेयरी की साफ सफाई का काम भी चालू है ऐसे में अब इन्हें बुधवार से शुरू कर दिया जाएगा।
विनोद गेरा, प्रबंधक, (जनसम्पर्क ) आरसीडीएफ
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