हालात यह है कि नहर से निकली मिट्टी को भी फेंकने के लिए किसान रास्ता नहीं दे रहे हैं। गत दिनों किसानों के विरोध के चलते चैनल खुदाई कार्य करीब एक पखवाड़ा बंद रहा था। अब फिर पोकलेन आदि को खड़ा करने की समस्या आ रही है।
… तो करना पड़ेगा इंतजार
मानसून से पहले चैनल खुदाई कार्य पूरा नहीं होने की सूरत में शहरवासियों को बांध भरने का इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, बारिश के दिनों में हादसे की आशंका के चलते चैनल खुदाई कार्य बंद रखना होगा। एेसे में कार्य के अधूरा रहने पर बांध में पानी की आवक भी प्रभावित होगी।
प्रकाशचंद शर्मा सहायक अभियंता जल संसाधन विभाग अलवर ने बताया कि ग्रामीण मशीन को खड़ा करने तक की जगह नहीं दे रहे हैं। इसके कारण चैनल खुदाई कार्य की रफ्तार कुछ धीमी है। मामले में स्थानीय विधायक सहित जनप्रतिनिधियों से सहयोग मांगा जाएगा।