-घाटी के किसी हिस्से में कर्फ्यू नहीं…एहतियातन निषेधाज्ञा श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर(Jammu-Kashmir) को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने के पांच अगस्त के केंद्र सरकार के फैसले के बाद से अभी भी घाटी में व्यावसायिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद(Institution Closed) हैं तथा ट्रेन, मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को स्थगित(Mobile-Internet Ban) कर दिया गया है। घाटी के किसी भी हिस्से में कर्फ्यू नहीं है, लेकिन कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन निषेधाज्ञा लगाई गई है(prohibition to maintain law and order)।
-आंशिक कामकाज शहर के ऐतिहासिक लाल चौक सहित श्रीनगर की दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सात बजे से नौ बजे तक के लिए खोला गया। लोगों को विवाह के लिए कपड़े, जूते, सूखे मेवे और अन्य उपहारों को खरीदते हुए देखा गया। इसके अलावा आवश्यक वस्तुओं व अन्य वस्तुओं की खरीदारी भी की गई। शहर की फल एवं सब्जी मंडियों में सुबह आठ बजे तक कामकाज जारी रहा। इसके बाद सुबह नौ बजे से ये सभी गतिविधियां रुक गई और सुबह के समय कुछ घंटों के लिए बैंक की शाखाओं में कुछ कामकाज हुआ।
–जामिया मस्जिद के सभी गेट बंद पुराने शहर में लोगों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा । विगत पांच अगस्त से ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी गेटों को लोगों के लिए बंद रखा गया है और जामिया मस्जिद और उसके बाहर कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में केंद्रीय अद्र्ध सैनिक बल तैनात है। हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक के मजबूत गढ़ में प्रतिबंध के कारण मस्जिद में नमाज अदा नहीं हो सकी।
-जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित श्रीनगर और उसके आस-पास के इलाकों में पांच अगस्त से दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बंद होने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा है। हालांकि सड़कों में वाहनों की आवाजाही बंद रही। राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें भी सड़कों पर नहीं दिखी। शहर की सड़कों में निजी वाहनों को चलते हुए देखा गया। नए शहर और सिविल लाइन में बंद से पहले सुबह के समय तिपहिया वाहनों को चलते हुए देखा गया। यहां प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार घाटी में सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे तथा सड़कों से वाहन नदारद रहे। हालांकि कुछ मार्गों पर निजी वाहनों को चलते हुए देखा गया।
-खास-खास -दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिले में व्यावसायिक एवं अन्य गतिविधियां प्रभावित रही। -इसके अलावा उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा, बारामूला, बांदीपुरा, पट्टन, सोपोर, हंदवाड़ा और अजस में भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं देखा गया।
-मध्य कश्मीर के गंदेरबल और बडग़ाम जिलों में भी बंद की रिपोर्टें मिली हैं।
-दक्षिण कश्मीर में बारामूला और जम्मू क्षेत्र से बनिहाल में पांच अगस्त से लगातार ट्रेन सेवा बंद होने के कारण रेल विभाग को लगभग एक करोड़ 60 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
-मध्य कश्मीर के गंदेरबल और बडग़ाम जिलों में भी बंद की रिपोर्टें मिली हैं।
-दक्षिण कश्मीर में बारामूला और जम्मू क्षेत्र से बनिहाल में पांच अगस्त से लगातार ट्रेन सेवा बंद होने के कारण रेल विभाग को लगभग एक करोड़ 60 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।