धनुष टूटते ही जोर की गर्जना हुई, ढोल,नगाड़े,शंख,शहनाई आदि की आवाज के बीच सीता जी ने ठाकुरजी को जयमाला पहनाई। इस दौरान मंदिर बधाई पद ‘श्री रघुवर कोमल कमल नयन को पहनाओ जयमाला रघुवर तोडोयो धनुष विकराल’ से गूंज उठा। इसके बाद जनकपुर की ओर से अयोध्या नगरी में विवाह की कुमकुम पत्रिका भेजी गई। महंत राधेश्याम तिवाड़ी ने बताया कि शाम 6 बजे से सगाई समारोह शुरू होगा। वधु पक्ष की ओर से श्रीराम को सौभाग्य तिलक लगाया जाएगा। सीताजी को मेहंदी लगाई जाएगी एवं मटकोर उत्सव होगा। बुधवार को बारात आगमन होगा।