इस एग्जीबिशन में भारत सहित अन्य देशों के 100 कलाकारों की क्यूरेटेड पेंटिंग्स डिस्प्ले है। यहां पर यूके., यूएसए, जर्मनी, ब्राजील, टर्की एवं ऑस्ट्रिया के साथ इंडिया के विभिन्न राज्यों के कलाकारों की पेंटिंग्स लगी है।
‘एग्जीबिशन में इंटरनेशनल आर्टिस्ट ने नेचुरल लैंडस्केप, योगा और स्थानीय भाषाओं के रूप में कैनवास पर देखने को मिले है। इनमें कलाकारों ने संदेश दिया है पूरा विश्व एक है। सर्वधर्म सम्प्रदाय की बात कर रहे है।- डी.बी. गुप्ता, मुख्य सचिव, राज्य सरकार
एक साल पहले जेकेके व्यवासयिक केंद्र बन गया था। अब सांस्कृतिक केंद्र लग रहा है। ऐसी प्रदर्शनियों से संस्कृति को बढ़ावा जरूर मिलेगा। जेकेके के साथ अब रवींद्र मंच को भी विकसित किया जाएगा। यह एग्जीबिशन भाषा के माध्यम से अनेकता में एकता की प्रेरणा दे रही है।- BD Kalla, Minister
‘इंडिया में भाषाओं और बोलियों की विविधता है। कलाकारों का कैनवास पर प्रयास युवाओं को एकजुटता का संदेश दे रहा है। इसमें कई देशों के कलाकारों का भी काम प्रस्तुत है।Ó- किरण सोनी गुप्ता, महानिदेशक, जेकेके