-सड़कों-राजमार्गों के रखरखाव संबंधी समस्याओं का संपूर्ण समाधान कंपनी का कहना है कि यह मशीन सड़कों और राजमार्गों के रखरखाव की सभी समस्याओं का एक संपूर्ण समाधान है। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी. मांडे ने इसे विकसित करने में सभी सहभागियों के योगदान की सराहना करते हुए इस मशीन में और भी सुधार करने के लिए दिए गए सुझावों की प्रशंसा की। सीआरआरआई के निदेशक प्रोफेसर सतीश चंद्र ने कहा देशमें सड़कों का रखरखाव करने वाली एजेंसियों के लिए इस तरह की प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया।
-हादसों में कमी…सुरक्षा में सुधार लाने में मदद जेसीबी इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुबीर कुमार चौधरी ने कहा कि कंपनी ने चार दशक पहले देश में परिचालन शुरू किया था। एक साल पहले सीआरआरआई के साथ नवाचार की परिकल्पना की गई। इस आधुनिक तकनीक वाली मशीन को तैयार किया गया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में नवीनतम ढंग से जो सड़कें बनाई गई हैं, उनकी मरम्मत के लिए आधुनिक, उत्पादक और व्यवहार्य समाधान की जरूरत महसूस की गई और नई मशीन इसके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी। चौधरी ने उम्मीद जताई की देश के बुनियादी सुविधा ढांचे में सुधार लाने के लिए नई मशीन की महत्वपूर्ण उपयोगिता होगी। इस मशीन से गड्ढों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने और सुरक्षा में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
-जेसीबी की नई मशीन का तकनीकी पक्ष… -जेसीबी के बाक्हो लोडर पर अटैचमेंट और कंट्रोल साल्यूशंस दिए गए हैं।
-मशीन में बेसिक 30 एक्स मशीन के स्टैंडर्ड हायड्रालिक्स, इंजन पावर, सर्किट और इलेक्ट्रिक में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
-कम्प्रेस्ड एयर और काम्पैक्टर अटैचमेंट के लिए इलेक्ट्रिकल सर्किट्स को पूरी तरह एकीकृत किया गया है।
-मशीन में लाइवलिक नामक जेसीबी की एडवांस्ड टेलिमैटिक्स प्रौद्योगकी का इस्तेमाल किया गया है।
-इससे मरम्मत की परियोजनाओं की प्रगति की स्टीक निगरानी में मदद मिलेगी।
-मशीन से मशीनों के मूवमेंट, स्थान और परिचालन के वास्तव समय के बारे में अपडेट मिलना संभव हो सकेगा।