कर्णावट ने कहा कि ग्रेटर नगर निगम की करीब 500 करोड़ रुपए की राशि जलदाय विभाग, बिजली विभाग, जेडीए और आवासन मंडल पर बकाया चल रही है। इन सभी विभागों को स्वत: ही यह राशि निगम को हस्तांतरित करनी चाहिए। इस संबंध में निगम की ओर से कई बार इन विभागों को स्मरण पत्र भी लिखे जा चुके हैं। मगर जानबूझकर ये विभाग निगम का यह पैसा नहीं चुका रहे हैं। सीएम लगातार सुनियोजित विकास के लिए घोषणाएं कर रहे हैं। इसके बाद भी इन विभागों को राशि हस्तांतरण को लेकर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। निगम की माली हालत खराब है कि इसलिए सीएम को इन विभागों को यह पैसा निगम को देने के तत्काल निर्देश देने चाहिए।
आपको बता दें कि जेडीए और आवासन मंडल की ओर से लंबे समय से नगर निगम को बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य विभाग भी पैसा नहीं चुका रहे हैं, जिसकी वजह से बकाया राशि 500 करोड़ रुपए हो गई है। साधारण सभा में भी बकाया राशि के भुगतान का मामला उठा था।