-आवासीय योजना, फार्म हाउस, व्यावसायिक और संस्थानिक भूखण्ड़ बेचेगा जेडीए
-मार्केटिंग सेल के स्वागत कक्ष में हर दिन दो डेस्क रहेगी सक्रिय
-मास्टर प्लान, आवासीय योजना का नक्शा, भूखंड की देंगे जानकारी
-छुट्टी के दिन शनिवार और रविवार को भी होगा काम
-योजना तक लाने-ले जाने के लिए वाहन होगा उपलब्ध
मार्केंटिंग सेल भूखण्ड के संभावित खरीददारों को फोन कॉल करेगा। उन्हें प्रॉपर्टी की जानकारी देने के साथ-साथ जेडीए बुलाने और प्रॉपटी दिखाने तक का काम होगा। टीम ने कितना काम किया, इसकी मॉनिटरिंग भी सीधे जेडीसी करेंगे। बेहतर काम करने वाले अफसरों को इंसेंटिव देने पर भी मंथन चल रहा है। जबकि, जो अच्छा परिणाम नहीं देंगे उनकी जगह दूसरे कर्मचारी-अधिकारियों को मौका दिया जाएगा। ऐसे अफसरों की भी सूची तैयार की गई है जो इस टीम से जुड़ सकते हैं।
जेडीए नीलामी सूचना शिविर की शुरुआत भी कर चुका है। जहां प्रॉपर्टी है, टीम वहीं पहुंचकर लोगों को प्रॉपर्टी के बारे में बता रही है। पिछले दिनों कालवाड़ रोड पर टीम ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रॉपटी खरीदने के लिए रिझाया, हालांकि अभी तक सफलता नहीं मिली है। जेडीए पिछले दिनों नीलामी नीति में कई बदलाव भी कर चुका है।