scriptRakesh Jhunjhunwala Faith in Sati Dadi Temple: झुंझुनूं की राणी सती दादी मंदिर में थी राकेश झुनझुनवाला की गहरी आस्था | Jhunjhunu's had deep faith in Sati Dadi temple | Patrika News

Rakesh Jhunjhunwala Faith in Sati Dadi Temple: झुंझुनूं की राणी सती दादी मंदिर में थी राकेश झुनझुनवाला की गहरी आस्था

locationजयपुरPublished: Aug 14, 2022 03:48:00 pm

द बिग बुल, द किंग ऑफ दलाल स्ट्रीट, शेयर मार्केट के बेताज बादशाह और भारत के वारेन बफेट जैसे कई अन्य नामों से भी मशहूर राकेश झुनझुनवाला की झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित राणी सती दादी मंदिर में गहरी आस्था थी। राकेश झुनझुनवाला के परिवार अक्सर राणी सती मंदिर आता रहता है।

Rakesh Jhunjhunwala Faith in Sati Dadi Temple: झुंझुनूं की राणी सती दादी मंदिर में थी गहरी आस्था

Rakesh Jhunjhunwala Faith in Sati Dadi Temple: झुंझुनूं की राणी सती दादी मंदिर में थी गहरी आस्था

द बिग बुल, द किंग ऑफ दलाल स्ट्रीट, शेयर मार्केट के बेताज बादशाह और भारत के वारेन बफेट जैसे कई अन्य नामों से भी मशहूर राकेश झुनझुनवाला की झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित राणी सती दादी मंदिर में गहरी आस्था थी। राकेश झुनझुनवाला के परिवार अक्सर राणी सती मंदिर आता रहता है। खुद राकेश झुनझुनवाला इसी साल जनवरी व फरवरी में यहां आए थे। राणी सती को अग्रवाल बनियों की कुलदेवी भी कहा जाता है। राकेश झुनझुनवाला की झुंझुनूं के रहने वाले जगदीश प्रसाद झाबर टीबरेवाला में रिश्तेदारी है। आपकों बता दे की राकेश झुनझुनवाला ने 62 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 5 जुलाई 1960 को जन्‍मे राकेश झुनझुनवाला ने 14 अगस्‍त 2022 को मुम्‍बई में अंतिम सांस ली।
मलसीसर के रहने वाले थे राकेश झुनझुनवाला
राकेश झुनझुनवाला मूलरूप से झुंझुनूं जिला मुख्यालय से करीब 42 किलोमीटर दूर स्थित मलसीसर कस्बे के रहने वाले थे। मलसीसर से राकेश झुनझुनवाला के दादा परिवार समेत उत्तर प्रदेश के कानपुर चले गए थे। वहां पर उन्होंने सिल्वर का कारोबार किया और सिल्वर किंग कहलाए।
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इसलिए पड़ा झुनझुनवाला सरनेम
राजस्थान में कई लोगों के नाम के साथ खास सरनेम जुड़ा होता है, जो उनकी जाति की बजाय किसी जगह विशेष या परिवार के किसी खास सदस्य की पहचान होता है। जैसे सिंघानिया उद्योगपति मूलरूप से झुंझुनूं के सिंघाना कस्बे के हैं। उसी प्रकार से पीरामल समूह ने पीरामल सरनेम अपने दादा सेठ पीरामल के नाम से ले रखा है। इसी तरह से राकेश का परिवार मलसीसर से कानपुर जाकर बसा तो इन्हें झुंझुनूं जिले के होने के कारण झुनझुनवाला कहा जाने लगा था, जो बाद में इनका सरनेम बन गया।
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जयपुर की कंपनी में किया था निवेश
जयपुर की कंपनी राघव प्रोडक्टिविटी एन्हांसर्स लिमिटेड में राकेश झुनझुनवाला ने 31 करोड़ रुपए निवेश कियाा है। झुनझुनवाला 30.9 करोड़ रुपए के 6,00,000 कम्प्लसरी कंवर्टिबल डिबेंचर (सीसीडी) खरीदे, जो सीसीडी अलॉटमेंट की तारीख के 18 महीने बाद शेयरों में बदल गए।
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पिता थे आईआरएस अधिकारी
राकेश झुनझुनवाला के पिता राधेश्याम झुनझुनवाला आईआरएस अधिकारी थे। हैदराबाद, कोलकाता व मुम्बई में आयकर आयुक्त के रूप में उन्होंने सेवाएं दी। हैदराबाद पोस्टिंग के दौरान 5 जुलाई 1960 को राकेश का जन्म हुआ।
https://youtu.be/_UZFyIYO_jM
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