राकेश झुनझुनवाला मूलरूप से झुंझुनूं जिला मुख्यालय से करीब 42 किलोमीटर दूर स्थित मलसीसर कस्बे के रहने वाले थे। मलसीसर से राकेश झुनझुनवाला के दादा परिवार समेत उत्तर प्रदेश के कानपुर चले गए थे। वहां पर उन्होंने सिल्वर का कारोबार किया और सिल्वर किंग कहलाए।
राजस्थान के झुंझुनूं जिले से जुड़ी है राकेश झुनझुनवाला की जड़े
इसलिए पड़ा झुनझुनवाला सरनेमराजस्थान में कई लोगों के नाम के साथ खास सरनेम जुड़ा होता है, जो उनकी जाति की बजाय किसी जगह विशेष या परिवार के किसी खास सदस्य की पहचान होता है। जैसे सिंघानिया उद्योगपति मूलरूप से झुंझुनूं के सिंघाना कस्बे के हैं। उसी प्रकार से पीरामल समूह ने पीरामल सरनेम अपने दादा सेठ पीरामल के नाम से ले रखा है। इसी तरह से राकेश का परिवार मलसीसर से कानपुर जाकर बसा तो इन्हें झुंझुनूं जिले के होने के कारण झुनझुनवाला कहा जाने लगा था, जो बाद में इनका सरनेम बन गया।
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जयपुर की कंपनी में किया था निवेशजयपुर की कंपनी राघव प्रोडक्टिविटी एन्हांसर्स लिमिटेड में राकेश झुनझुनवाला ने 31 करोड़ रुपए निवेश कियाा है। झुनझुनवाला 30.9 करोड़ रुपए के 6,00,000 कम्प्लसरी कंवर्टिबल डिबेंचर (सीसीडी) खरीदे, जो सीसीडी अलॉटमेंट की तारीख के 18 महीने बाद शेयरों में बदल गए।
राकेश झुनझुनवाला ने जयपुर की कंपनी में किया था निवेश
पिता थे आईआरएस अधिकारीराकेश झुनझुनवाला के पिता राधेश्याम झुनझुनवाला आईआरएस अधिकारी थे। हैदराबाद, कोलकाता व मुम्बई में आयकर आयुक्त के रूप में उन्होंने सेवाएं दी। हैदराबाद पोस्टिंग के दौरान 5 जुलाई 1960 को राकेश का जन्म हुआ।