कलाकारों ने प्रस्तुति के माध्यम से संदेश दिया कि ईश्वर सर्वव्यापी और सर्व समर्थ है। भक्तों को अपनी दिव्य लीला प्रदर्शित करने के लिए भगवान् कृष्ण स्वयं साकार रूप में प्रकट होते हैं। भगवान के विभिन्न अवतारों का श्रवण, कीर्तन और स्मरण करने मात्र से लोग संसार रूपी भवसागर से पार हो जाते हैं। कार्यक्रम में गायन एवं हारमोनियम पर मुन्ना लाल भाट, तबले पर उस्ताद जफ र मोहम्मद खान, सितार पर हरीहर शरण भट्ट, पखावज पर पंडित प्रवीण आर्य ने संगत की। कार्यक्रम की सह नृत्य निर्देशिका एवं प्रकाश परिकल्पना डॉ. रीमा गोयल की थी। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में राजीव सिंह, ईश्वर शर्मा, राधिका अरोरा, निहारिका जोशी, झंकृति जैन, ईशा खंडेलवाल, दिया सिंह, एंजेला मारिया गुरुंग, आइरा कपूर, दिया अग्रवाल, ऐश्वी रूंगटा शामिल थे।
नाटक ‘रूहें’ का मंचन कल
जेकेके की पाक्षिक नाटक योजना के तहत रंगायन में उर्दू नाटक रूहें का मंचन शुक्रवार को सायं 6.30 बजे किया जाएगा। एस एम अजहर आलम की ओर से लिखित एवं निर्देशित इस नाटक में कलाकार अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
जेकेके की पाक्षिक नाटक योजना के तहत रंगायन में उर्दू नाटक रूहें का मंचन शुक्रवार को सायं 6.30 बजे किया जाएगा। एस एम अजहर आलम की ओर से लिखित एवं निर्देशित इस नाटक में कलाकार अपने अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।