राम बने बहरूपिया को देख ठिठके कदम
फेस्टिवल में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों में कठपुतली, बहरूपिया, जादूगर, अलगोजा, भोपा गायन और कच्ची घोड़ी के कलाकार हर आगंतुक का अपनी और आकर्षित करते रहे। ये लुप्त होते संस्कृति से जुड़ी कलाएं लोगों का दिल जीत रही हैं।
फेस्टिवल में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों में कठपुतली, बहरूपिया, जादूगर, अलगोजा, भोपा गायन और कच्ची घोड़ी के कलाकार हर आगंतुक का अपनी और आकर्षित करते रहे। ये लुप्त होते संस्कृति से जुड़ी कलाएं लोगों का दिल जीत रही हैं।
विशेष प्रस्तुतियों की धमक जमी
बुंदू खान एन्ड पार्टी के लंगा गायन ‘लूम्बा-लूम्बा’,’गोरबन्द’और ‘निम्बूड़ा-निम्बूड़ा’ ने खूब वाहवाही लूटी। इसके साथ ही आदिवासी डांस राठवा और गरासिया ने दर्शकों को बहुत रोमांचित किया। जब स्टेज पर पंजाबी भांगड़ा की प्रस्तुति दी गई तो दर्शक झूम उठे। मुम्बई के संतोष परब की लावणी डांस की प्रस्तुति ने धूम मचा दी। इससे पूर्व मेड़ता के उगमाराज व दयाराम ने राजस्थान के लोक रंगमंच ‘कुचामणी ख्याल’ की मनमोहक प्रस्तुति दी।
बुंदू खान एन्ड पार्टी के लंगा गायन ‘लूम्बा-लूम्बा’,’गोरबन्द’और ‘निम्बूड़ा-निम्बूड़ा’ ने खूब वाहवाही लूटी। इसके साथ ही आदिवासी डांस राठवा और गरासिया ने दर्शकों को बहुत रोमांचित किया। जब स्टेज पर पंजाबी भांगड़ा की प्रस्तुति दी गई तो दर्शक झूम उठे। मुम्बई के संतोष परब की लावणी डांस की प्रस्तुति ने धूम मचा दी। इससे पूर्व मेड़ता के उगमाराज व दयाराम ने राजस्थान के लोक रंगमंच ‘कुचामणी ख्याल’ की मनमोहक प्रस्तुति दी।
रिझा रहे स्माल प्लांट्स
फेस्टिवल में स्माल प्लांट्स के प्रति भी खास रुझान है। घर को ग्रीन रखने का मैसेज देने वाले जयपुर के ही नरेंद्र टाक की नर्सरी में तैयार खूबसूरत इनडोर और लॉन प्लांट्स के प्रति आगन्तुकों का बहुत रुझान देखा जा रहा है।
फेस्टिवल में स्माल प्लांट्स के प्रति भी खास रुझान है। घर को ग्रीन रखने का मैसेज देने वाले जयपुर के ही नरेंद्र टाक की नर्सरी में तैयार खूबसूरत इनडोर और लॉन प्लांट्स के प्रति आगन्तुकों का बहुत रुझान देखा जा रहा है।