तीसरे चरण में दिखा रहे तेजी
स्वच्छता सर्वेक्षण—2020 के पैटर्न में बदलाव किया गया है। देशभर के शहर पूरे साल सफाई पर ध्यान दें, इसके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण को 4 चरण में बांटा गया। पहला फेज अप्रैल से जून 2019 तक, दूसरा चरण जुलाई से सितम्बर 2019 और तीसरा चरण अक्टूबर से दिसम्बर 2019 तक चल रहा है। तीसरे फेज में स्वच्छता को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन पूरा जोर लगा रहा है। घर—घर कचरा संग्रहण से लेकर रात्रिकालीन सफाई पर जोर दिया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण का तीसरा फेज 31 दिइसम्बर 2019 को खत्म होगा। इससे पहले केन्द्रीय टीम जयपुर में ओडीएफ सफाई व्यवस्था का जायजा ले सकती है। इसे देखते हुए नगर निगम ने सार्वजनिक शौचालयों की साफ सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रखने की कवायद तेज कर दी है।
स्वच्छता सर्वेक्षण—2020 के पैटर्न में बदलाव किया गया है। देशभर के शहर पूरे साल सफाई पर ध्यान दें, इसके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण को 4 चरण में बांटा गया। पहला फेज अप्रैल से जून 2019 तक, दूसरा चरण जुलाई से सितम्बर 2019 और तीसरा चरण अक्टूबर से दिसम्बर 2019 तक चल रहा है। तीसरे फेज में स्वच्छता को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन पूरा जोर लगा रहा है। घर—घर कचरा संग्रहण से लेकर रात्रिकालीन सफाई पर जोर दिया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण का तीसरा फेज 31 दिइसम्बर 2019 को खत्म होगा। इससे पहले केन्द्रीय टीम जयपुर में ओडीएफ सफाई व्यवस्था का जायजा ले सकती है। इसे देखते हुए नगर निगम ने सार्वजनिक शौचालयों की साफ सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रखने की कवायद तेज कर दी है।
दर्जा बरकरार रखने की कवायद
जयपुर शहर को खुले में शौच मुक्त शहर (ओडीएफ सिटी) घोषित किया जा चुका है। जयपुर को ओडीएफ प्लस का दर्जा प्राप्त है, राजधानी के ओडीएफ प्लस स्टेट्स को परखने के लिए केन्द्रीय टीम इसी महीने जयपुर दौरा करेगी। इसे देखते हुए निगम प्रशासन
शहर में बने पब्लिक टॉयलेट्स की साफ सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में जुटा है। शौचालयों में पानी की उपलब्ध्ता और समय पर सफाई की मॉनिटरिंग की जा रही है।
जयपुर शहर को खुले में शौच मुक्त शहर (ओडीएफ सिटी) घोषित किया जा चुका है। जयपुर को ओडीएफ प्लस का दर्जा प्राप्त है, राजधानी के ओडीएफ प्लस स्टेट्स को परखने के लिए केन्द्रीय टीम इसी महीने जयपुर दौरा करेगी। इसे देखते हुए निगम प्रशासन
शहर में बने पब्लिक टॉयलेट्स की साफ सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में जुटा है। शौचालयों में पानी की उपलब्ध्ता और समय पर सफाई की मॉनिटरिंग की जा रही है।
ये रहेगा सर्वेक्षण का अंकगणित कुल अंक —6000 प्रत्यक्षण अवलोकन — 1500
प्रमाणीकरण — 1500
सर्विस लेवल प्रोग्रेस — 1500
सिटीजन फीडबैक — 1500
प्रमाणीकरण — 1500
सर्विस लेवल प्रोग्रेस — 1500
सिटीजन फीडबैक — 1500