जयपुर। गुलाबी नगरी की सुख शांति की कामना के लिए जयपुर में पहली बार शनिवार को लाखों भक्त एक साथ संकटमोचन का गुणगान करते नजर आए। सांगानेरी गेट पूर्वमुखी हनुमान मंदिर (Sanganeri Gate Hanuman Temple) पर जौहरी बाजार (johri bazar) में शाम 7.30 बजे से सामूहिक हनुमान चालीसा के पाठ (Hanuman Chalisa) शुरू हुए, तो पूरा जौहरी बाजार हनुमानमय नजर आया। इस मौके पर बजरंगबली का विशेष श्रृंगार किया गया। हनुमान चालीसा प्रबंध समिति के संरक्षक और अध्यक्ष संत अमरनाथ ने बताया कि चारदीवारी में पहली बार यह अनुष्ठान हुआ। इसमें सभी समाजों के लोग शामिल हुए, वहीं व्यापारियों सहित संत महंत शामिल हुए। करवाई विशेष पोशाक धारण पांच फीट की भगवान हनुमान की प्रतिमा के लिए विशेष पोशाक तैयार करवाई गयी। इस दौरान विशेष रोशनी की गई। कार्यक्रम में सन्त महंतों समेत विभिन्न समाज के लोग पूरे जयपुर से यहां पहुंचे। पुजारी भंवरलाल शर्मा ने बताया कि भगवान हनुमान रामनाम के गुणगान के बीच नृत्य करते हुए नजर आएं। अन्य धर्म के लोगो ने कुछ जगह पर पुष्प वर्षा भी की। वहीं जौहरी बाजार को पताकाओं से सजाया गया।
जयपुर। गुलाबी नगरी की सुख शांति की कामना के लिए जयपुर में पहली बार शनिवार को लाखों भक्त एक साथ संकटमोचन का गुणगान करते नजर आए। सांगानेरी गेट पूर्वमुखी हनुमान मंदिर (Sanganeri Gate Hanuman Temple) पर जौहरी बाजार (johri bazar) में शाम 7.30 बजे से सामूहिक हनुमान चालीसा के पाठ (Hanuman Chalisa) शुरू हुए, तो पूरा जौहरी बाजार हनुमानमय नजर आया। इस मौके पर बजरंगबली का विशेष श्रृंगार किया गया। हनुमान चालीसा प्रबंध समिति के संरक्षक और अध्यक्ष संत अमरनाथ ने बताया कि चारदीवारी में पहली बार यह अनुष्ठान हुआ। इसमें सभी समाजों के लोग शामिल हुए, वहीं व्यापारियों सहित संत महंत शामिल हुए। करवाई विशेष पोशाक धारण पांच फीट की भगवान हनुमान की प्रतिमा के लिए विशेष पोशाक तैयार करवाई गयी। इस दौरान विशेष रोशनी की गई। कार्यक्रम में सन्त महंतों समेत विभिन्न समाज के लोग पूरे जयपुर से यहां पहुंचे। पुजारी भंवरलाल शर्मा ने बताया कि भगवान हनुमान रामनाम के गुणगान के बीच नृत्य करते हुए नजर आएं। अन्य धर्म के लोगो ने कुछ जगह पर पुष्प वर्षा भी की। वहीं जौहरी बाजार को पताकाओं से सजाया गया।