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डीपीएस (DPS) पर कसेगा शिकंजा नए सिरे से होगी डीपीएस हादसे की जांच

locationइंदौरPublished: Jan 15, 2018 02:17:11 pm

Submitted by:

amit mandloi

नए बिदुओं को बनाएंगे आधार, मृत बच्चों के परिजन मिलेंगे मुख्यमंत्री से, अब तक तीन गिरफ्तारी, प्राचार्य से मांगी कई जानकारी

DPS ACCIDENT INDORE
इंदौर. 5 जनवरी को हुए डीपीएस बस हादसे में पुलिस की जांच नए सिरे से होगी। नए जांच अधिकारी सीएसपी जयंतसिंह राठौर केस डायरी देखने के बाद नए बिंदुओं के आधार पर जांच करेंगे। प्राचार्य को भी कई जानकारियों के साथ बुलाया है।
बायपास पर डीपीएस की बस डिवाइडर से दूसरी ओर जाकर ट्रक से जा भिड़ी थी। हादसे में चार बच्चों व ड्राइवर की मौत हुई थी। पुलिस ने जांंच के बाद ड्राइवर पर गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज किया था। बाद में स्कूल के ट्रांसपोर्ट मैनेजर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी की धाराएं बढ़ाई थीं। केस कनाडिय़ा थाने में दर्ज हुआ था, लेकिन जांच लसूडिय़ा टीआई राजेंद्र सोनी से कराई गई। हाल ही में उनसे भी जांच लेकर सीएसपी विजय नगर जयंतसिंह राठौर को सौंपी गई है। सीएसपी ने रविवार को केस डायरी बुलाई है। पुलिस ने स्कूल प्राचार्य सुदर्शन सोनार को थाने बुलाया था, लेकिन उनके बयान नहीं हो पाए। संभवत: सोमवार को जानकारियों के साथ बुलाकर उनके बयान हो सकते हैं। अब तक की जांच की समीक्षा के बाद नए बिंदु तैयार कर उनके आधार पर आगे जांच बढ़ेगी। अधिकारी कुछ और लोगों को आरोपित बनाए जाने की संभावना पहले से जता रहे हैं।
इंदौर. डीपीएस बस दुर्घटना में मारे गए बच्चों के परिजन एक अभियान के तहत रविवार को रीगल तिराहे पर एकत्रित हुए। एेसे हादसों की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सभी ने एकस्वर में स्कूल मालिकों एवं बस ऑपरेटरों के साथ ही आरटीओ अधिकारियों पर भी गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग की। इस दौरान बच्चों की सुरक्षा हेतु हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसमें शहर केहजारों परिवारों ने हस्ताक्षर कर सत्याग्रह को अपना सर्मथन दिया। जल्द ही ये लोग हस्ताक्षरों एवं अपनी मांगो के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकत करेंगें। संस्था के सचिव मनीष गुप्ता ने बताया की मंगलवार को कलेक्टर तथा डीआईजी से मुलाकात कर ज्ञापन दिया जाएगा। हस्ताक्षरों का आंकड़ा १० हजार पार कर चुका है।
ये मांगे रखी:-

१. एफ.आई.आर. हो दर्ज:- स्कूल मालिकों, बस ऑपरेटर कंपनी, प्रिंसिपल एवं जिम्मेदार आरटीओ अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज होना चाहिए।

२. तकनीकी त्रुटियों दूर हो:- बायपास पर सर्विस लेन में कई जगह खामियां है जिस वजह से आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है। उनमें तत्काल सुधार किया जाना चाहिए।
३. नियमों का पालन हो:- सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों एवं नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए। प्रदेश भर की सभी बसों की अधिकतम आयु १० वर्ष निर्धारित की जाना चाहिए।
४. मुआवजा मिले:- हादसे की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की जाए। तथा पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।

५. अनिवार्य हो स्पीड गर्वनर :- सभी बसों के लिए अधिकतम ४० किमी प्रति घंटा की गति सीमा निर्धारित होना चाहिए। साथ ही बसों में स्पीड गर्वनर, जीपीएस लगे हुए हो तथा अभिभावकों एवं स्कूल से लिंक होना चाहिए।
६. टेलीफोन नंबर ड़ाले:- शिकायत करने के लिए बसों के पीछे स्कूल प्रबंधन के साथ साथ पुलिस के नंबर भी लिखवाए।

७. शपथ पत्र भरवाएं:- बस, ऑटो वैन मालिकों से शपथ पत्र लिए जाए ताकि किसी अप्रिय स्थिति में जिम्मेदारी निर्धारित की जा सके।
८. चरित्र सत्यापन हो:- नियमित रूप से बस चालकों एवं सह चालकों के चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र संबंधित थाने में बनवाए जाएं। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी हो।

९. प्रशिक्षण शिविर आयोजित हो:- शासन द्वारा स्कूल परिवहन कर रहे चालकों एवं सह चालकों के लिए नियमित तौर पर व्यवहार कुशलता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करवाया जाना चाहिए।
१०. बी.आर.टी.एस. पर अनुमति दें:- बी.आर.टी.एस.पर स्कूल बसों का आवागमन शुरू किया जाए। जिससे की बच्चें जल्द तथा सुरक्षित रूप से घर पहुंच सके।

११. प्रेस विज्ञप्ति जारी करें:- अस्पताल में भर्ती घायलों के स्वास्थ्य के संबंध में शासन द्वारा दैनिक पे्रस विज्ञप्ति जारी की जाए।
कल कलेक्टर से मिलेंगे। हमारी मांग है की अगले ४८ घंटों में दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाए करना हम रीगल तिराहे पर ही भूख हड़ताल पर बैठेगें। एेसा लग रहा है की प्रशासन स्कूल प्रबंधकों को बचाने में लगा हुआ है। इतने गंभीर हादसे के बाद तो स्कूल की मानयता ही रद्द कर देना चाहिए। जांच में कई बसें अनफिट पाई गई।
दीपक बागड़ी, कृति अग्रवाल के मौसा

स्कूल प्रबंधकों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया जाए। जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। प्रशासन की तरफ से लगाातार आश्वासन ही मिल रहे है। उन्हें चाहिए की वे जांच में तेजी लाए जिससे की दोषियोंको तत्काल सजा हो सके। आरोपियांे पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होना चाहिए।
अंजु बुलानी, श्रुति लुधियानी की बुआ
प्रशासन स्कूल प्रबंधकों को बचाने में लगा हुआ है। स्कूल प्रबंधकों के तानाशाही रवैये के खिलाफ प्रशासन को सख्त से सख्त कार्यवाही करना चाहिए। मनमानी फीस वसूलने के बाद भी अधिकांश स्कूलों द्वारा स्तरीय सुरक्षा सुविधाएं मुहैया नहीं करवाई जा रही है। हादसे के लिए जिम्मेदार सभी लोगो पर सख्त से सख्त कार्यवाही होना चाहिए।
राजेश अग्रवाल , सचिव, राष्ट्रिय मानवाधिकार संरक्षण

एेसे हादसे दोबारा ना हो एवं दोषियों पर तत्काल कार्यवाही की जाए इसके लिए ही सभी आज एकत्रित हुए है। साथ ही बायपास पर कई खामियां है जिन्हें तत्काल दूर किया जाना चाहिए। सभी पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजे की मांग भी हम लोगो ने की है।
आभा गुप्ता, आभा चैतन्य वेलफेयर सोयायटी
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